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सीधा सवाल। चितौड़गढ़। जिला जेल में प्रतिबंधित वस्तुओं पर रोक नहीं लग पा रही है। एक बार फिर जेल में मोबाइल मिले है। एक साथ तीन मोबाइल मिलने से हड़कंप मच गया। एक बंदी की जेल में हाव भाव संदिग्ध लगे थे। इस पर जेल प्रशासन तलाशी के लिए आधी रात बैरक में पहुंच तलाशी ली तो बंदी मोबाइल पर बात करते मिल गया। इस पर जेल प्रशासन ने मोबाइल जप्त कर लिए। इस संबंध में कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार जेल प्रहरी विश्वेंद्र सिंह जाट ने जिला जेल के कारापाल विकास बागोरिया की और से दी गई रिपोर्ट कोतवाली थाने में दी है। इसमें बताया कि 14 मई को अधीक्षक के 9.25 से 9.50 तक कारागृह में वार्ड संख्या 01 में नियमित तलाशी ली। वार्ड संख्या 01 में बैरक नंबर 4 में सघन तलाशी ली। इस दौरान विचारधीन बंदी छताराम पुत्र हड़मानाराम पटेल, निवासी सर थाना लूणी, जिला जोधपुर से 1 कैचोड़ा कम्पनी का मोबाईल ग्रे कलर का मिला। इस मोबाइल में सिम भी लगी हुई थी। रिपोर्ट में बताया कि 14 मई को कारागृह में वार्ड 01 में ड्यूटी प्रहरी विश्वेन्द्र ने अन्दर ड्यूटी प्रभारी गोपाल दास, मुख्य प्रहरी बैल्ट को रात 11.50 रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि बैरक नं 04 में बंदी की गतिविधिया संदिग्ध प्रतीत हो रही है। ड्यूटी प्रभारी ने मौके पर जाकर रिपोर्ट की तस्दीक की। रात करीब 12 एएम से 12.25 पर जेल जाप्ता व मय मौजूदा ड्यूटी स्टाफ ने बैरक की तलाशी ली गई। इसमें विचाराधीन बंदी मोहनराम पुत्र चेनाराम गोदारा, विश्रोई, निवासी सर थाना लूणी, जिला जोधपुर मोबाईल पर बात करते हुए पकड़ा गया। इसके के पास से 2 कैचोड़ा कम्पनी के मोबाईल मय सिम के पकड़े गए। इस रिपोर्ट पर कोतवाली थाना पुलिस ने राजस्थान कारागार संशोधित अधिनियम 2015 की धारा 42 को अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान एएसआई प्रहलाद सिंह को सौंपा।