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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के निकुंभ थाना इलाके में आने वाले बामनखेड़ी गांव में एक नवजात बालिका से असुरक्षित परित्याग का मामला सामने आया है। इसमें परिजनों ने जन्म के बाद नवजात को गोबर की रोड़ी में फेंक दिया था। इस दौरान बरसात भी हो रही थी। काफी देर बाद लोगों को पता चला तो निकुंभ थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नवजात को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है। वहीं अज्ञात के खिलाफ असुरक्षित परित्याग का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निकुंभ थानाधिकारी यशवंत सोलंकी ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 11 बजे
बामनखेड़ी निवासी कालूराम शर्मा ने बीट कांस्टेबल काशीराम को सूचना दी थी। सूचना देने वाले ने एक नवजात को लावारिस हालत में रोड़ी पर पड़ा होना बताया। इस पर निकुंभ पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा नवजात गोबर से सनी हुई थी। उसे तुरंत निकुंभ हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसका प्राथमिक इलाज कर चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया। थानाधिकारी यशवंत सोलंकी ने बताया कि असुरक्षित परित्याग करने पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इधर, नवजात को चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर महिला एवं बाल चिकित्सालय में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में भर्ती कराया है। बालिका के स्वास्थय पर नजर रखी जा रही है। यूनिट प्रभारी जयसिंह मीणा ने बताया कि नवजात के शरीर पर गोबर लगा हुआ था, जिसे साफ कर उपचार किया। नवजात के शरीर का तापमान सामान्य से काफी नीचे था और वह नीली पड़ चुकी थी। उसके शरीर में खरोंचे होकर मामूली इंफेक्शन भी था। फिलहाल नवजात खतरे से बाहर है। इधर, जानकारी मिली कि बालिका को गोबर की रोड़ी में डाल कर उसके ऊपर गोबर डाल दिया था। बालिका को जन्म लिए हुए 24 घंटे भी नहीं हुए थे। इसको कपड़े भी नहीं पहनाए थे। मंगलवार सुबह से क्षेत्र अच्छी बरसात थी। बरसात रुकने के बाद लोग घरों से बाहर निकले तो नवजात के रोने की आवाज सुन कर मौके पर पहुंचे थे।