views

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर पुलिस थाने की कन्नौज पुलिस चौकी पर रियासतकाल से चली आ रही परम्परा का निर्वहन किया गया है। रंगतेरस पर कन्नौज पुलिस चौकी पर पहुंच कर ग्रामीणों ने रोजनामचे की पूजा की है। पुलिस में रोजनामचा महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रामीण पुरानी परंपरा के अनुसार ढोल के साथ पुलिस चौकी पहुंच रोजनामचे को पूजते है। रविवार को भी परंपरा का निर्वाहन किया गया। इस दौरान चौकी प्रभारी ने ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय सहित कई कस्बों में रंगतेरस पर होली खेली जाती है। कन्नौज कस्बे में भी इसी दिन होली धूमधाम से खेलते हैं। कन्नौज में रंगतेरस पर होली खेलने के अलावा करीब 450 साल से रोजनामचे की पूजा भी ग्रामीणों की और से की जाती आ रही है। ग्रामीण एक साथ एकत्रित होकर ढोल के साथ पूरे गांव में निकलते हैं और चौकी पहुंचते है। रविवार को भी ग्रामीण पुलिस चौकी पहुंचे। यहां चौकी प्रभारी रतनलाल माली ने ग्रामीणों का अभिनंदन किया। ग्रामीणों ने चौकी प्रभारी सहित जाप्ते को होली खिलाई। बाद में रोजनामचे की पूजा की गई। चौकी प्रभारी रतन लाल माली ने बताया कि कन्नौज कस्बा टोंक रियासत का आखिरी गांव हुआ करता था। उस समय लगान वसूलने के लिए एक मुनीम को नियुक्त कर रखा था और इसी चौकी के स्थान पर ही लगान वसूली का काम होता था। रियासत के निर्देश पर हिंदू समाज का रंगतेरस पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता था। लगान वसूल करने वाला मुनीम उस समय बही खाते की पूजा करता था। ग्रामीण भी इसी जगह पूजा करने आते थे। रियासतों के एकीकरण के बाद यहां पुलिस चौकी स्थापित की गई। तब से लेकर अब तक ग्रामीण पुलिस चौकी आते है और रोजनामचे की पूजा करते है। उसी समय से यह परंपरा चली आ रही है। उन्होंने बताया कि यह परंपरा 450 सालों से चली आ रही है।
एक क्विंटल ठंडाई बनाई गई
पुलिस चौकी पर ग्रामीणों के आने से पहले रंगोली बनाई है। दोपहर में सभी ग्रामीण ढोल के साथ पुलिस चौकी पहुंचे और पुलिस संग जम कर होली खेली। इससे पहले ग्रामीणों ने रोजनामचे की पूजा की। पुलिस की तरफ से ठंडाई की व्यवस्था की गई। पुलिस भी आम जन के साथ घुल मिल कर खेलती हुई नजर आई। ग्रामीणों ने जम कर ठंडाई का लुत्फ उठाया।
पूजा के बाद श्रीफल भेंट किया
कन्नौज कस्बे में रहने वाले सत्यनारायण मंत्री ने बताया कि करीब 450 साल पुरानी परंपरा होने के कारण आज भी इसे गांव में निभाते है। गांव के ग्रामीण पटेल, ठाकुर, पटवारी समाज जनों के साथ एकत्रित होकर वहां से ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस के रूप में चौकी पहुंचे। यहां रोजनामचा की पूजा की गई। रंग-गुलाल से तिलक कर चौकी इंचार्ज को श्रीफल भेंट किया गया। गांव वालों ने पुलिस को होली खिलाई। चौकी परिसर में ही रोजनामचा की पूजा हुई। चौकी प्रभारी हेड कांस्टेबल रतन लाल माली, कांस्टेबल विक्रम सिंह सहित ग्रामीणों की मौजूदगी में विधि-विधान से पूजा हुई। उन्होंने बताया कि इसके बाद वहां से निकल कर गांव के रावले पर जाते है, वहां भी होली खेलने के बाद पूरे गांव में घूम घूम कर होली खेलते है।