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सीधा सवाल। चितौड़गढ़। दो युवक को ईनामी स्कीम में बैंक खाता खुलवाने का झांसा देकर चार जनों ने करोड़ों का लेन देन कर दिया। दोनों प्रार्थी को पांच- पांच हजार रुपए देकर आरोपियों ने बैंक एटीएम, पास बुक अपने पास ही रख ली थी। प्रार्थी को अपने साथ हुई ठगी का पता चला तो कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है। दोनों ही बैंक खातों से तीन करोड़ से ज्यादा लेन देने होने की बात सामने आई है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुवे मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है।
चित्तौड़गढ़ शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले नेतावलगढ़ पाछली निवासी भरत पुत्र रतनलाल भांबी व घटियावली खेड़ा निवासी कालू पुत्र गोवर्धन भांबी ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि इण्डसलेण्ड बैंक शाखा कलक्ट्री में खाता खोलने पर एक ईनामी योजना निकाली गई थी। इसमें खाता खुलवाने वाले को कोई रुपए नहीं देना पड़ता। बदले में बैंक कस्टमर को पांच-पांच हजार रुपए का इनाम देता है। दोनों पीड़ित बैंक में अपना खाता खुलवाने गए थे। इस दौरान इण्डसलेण्ड बैंक का एजेंट बन कर चित्तौड़गढ़ शहर के नाडोलिया निवासी सूरज वर्मा, रतन पुत्र सोहन माली और शिवचरण ने दोनों से बात की। इन्होंने दोनों प्रार्थी से आधार कार्ड, पैन कार्ड की फोटो कॉपी लिया और होटल विशाल के पीछे एक व्यवसायी मनीष कटारिया के ऑफिस लेकर गए। यहां लैपटॉप से अकाउंट खोला और थंब इंप्रेशन मशीन पर अंगूठे का निशान लिया। खाता खोलने के बाद आरोपियों ने वेलकम की अपने पास रख ली। साथ में एटीएम भी पीड़ितों को नहीं दिया। आरोपियों ने यह कहा कि इनामी राशि पांच-पांच हजार रुपए दे देंगे। रिपोर्ट में बताया कि भरत भांबी के खाते से से लगातार बड़े-बड़े ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। 4 अप्रैल से 17 मई तक एक करोड़ 61 लाख 6 हजार 501 रुपए जमा हुए और उसके बाद एक करोड़ 58 लाख 48 हजार 905 रुपए निकाल लिए गए, जबकि यह लेन-देन भरत ने नहीं किए। भरत मजदूरी करता है और उसके पास इतने पैसे नहीं है। इसी तरह कालू भांबी के खाते से 17 मई तक दो करोड़ 43 लाख 43 हजार 636 रुपए जमा हुए और उसके बाद दो करोड़ 43 लाख 31 हजार 436 रुपए निकाले गए। दोनों पीड़िता ने आशंका जताई कि आरोपियों का एक गिरोह है, जो बैंक कर्मियों से मिली भगत कर ग्रामीण युवकों को धोखा देता है। उन युवकों के खाते खुल जाते हैं और अवैध लेन देन करते हैं। जब इस बारे में बैंक में पता करने गए कालू को जान से मारने की धमकी देने लग गए और धमकी भरे मैसेज भी आने लग गए। दोनों ने थाना कोतवाली में इसकी रिपोर्ट दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर एएसआई सुनील कुमार महाजन को इसकी जांच सौंपी।