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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। केबिनेट द्वारा राजस्थान के 3 महत्वपूर्ण रेल मार्गों के दोहरीकरण को मंजूरी प्रदान की गई है। राजस्थान के जयपुर-सवाई माधोपुर, अजमेर-चंदेरिया और लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्गों के दोहरीकरण को केबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर-सवाई माधोपुर, अजमेर-चंदेरिया और लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्गों के दोहरीकरण को केबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई है। राजस्थान के इन 3 महत्वपूर्ण रेल मार्गों के दोहरीकरण को मंजूरी मिलने से क्षेत्र में तीव्र और सुगम रेल संचालन की परिकल्पना को गति मिलेगी और यात्रियों का आने वाले समय में अधिक ट्रेनों की सुविधा उपलब्ध होगी। इन मार्गों के दोहरीकरण होने से क्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक तथा धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और अनेक तरह के रोज़गार के अवसरों की उत्पत्ति होगी।
अजमेर-चंदेरिया 178.20 रूट किलोमीटर व 212.08 ट्रैक किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य अनुमानित लागत 1813.28 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। इस मार्ग के दोहरीकरण होने से भीलवाड़ा में कपड़ा उद्योग तथा चित्तौडगढ़ के आस-पास स्थित सीमेंट इण्डस्ट्रीज को बढ़ावा मिलेगा तथा रोज़गार के नए अवसरों का सृजन होगा। इसके साथ ही अजमेर, चित्तौड़गढ़ तथा उदयपुर में पर्यटक गतिविधियां बढेगी। नसीराबाद में स्थित सैन्य क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों तथा सैनिकों के सुगम आवागमन के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। इस मार्ग के दोहरीकरण से लाइन क्षमता में बढ़ोतरी होगी तथा अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा साथ ही ट्रेनों की गति में भी वृद्वि होगी।