views
सीधा सवाल। बड़ी सादड़ी। प्रदेश में यूं तो अवैध खनन के मामले लगातार सामने आते रहते हैं फिर चाहे पहाड़ियों को काटकर उनके पत्थरों का उपयोग हो या बजरी को लेकर अवैध खनन का मामला हो लेकिन चित्तौड़गढ़ जिले के बड़ी सादड़ी में ऐसा मामला सामने आया है जहां नगर पालिका क्षेत्र में आने वाले तालाब में रात के अंधेरे में अवैध खनन किया जा रहा है। लगातार अवैध कार्य बदस्तूर जारी है। वही नगरपालिका जहां किसी भी प्रकार के ठेके से इनकार कर रही है तो दूसरी और उपखंड अधिकारी मामले में तहसीलदार से जांच करवाने के बाद कार्यवाही करने की बात कहते हुए नजर आ रहे हैं। फिलहाल बड़ी सादड़ी में नगर पालिका क्षेत्र में इस तालाब में हो रहा अवैध खनन राजनीतिक गलियारो में भी चर्चा का विषय बना हुआ है इस पूरे मामले में दबे स्वरों में एक पार्षद पति की भूमिका होने के बात भी कहीं जा रही है।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार बड़ी सादड़ी क्षेत्र में प्राचीन सूर्य सागर तालाब स्थित है जिसमें वर्ष 2023 में सफाई का ठेका दिया गया था। उसके बाद अब तक नगर पालिका बड़ी सादड़ी द्वारा किसी प्रकार का ठेका या टेंडर इस तालाब की सफाई के लिए नहीं किया गया है लेकिन रात के अंधेरे में बड़ी-बड़ी मशीन लगाकर तालाब के पेटे में खुदाई की जा रही है। और सैकड़ो टन मिट्टी निकाली जा रही है। रात के अंधेरे में हो रहा अवैध खनन का यह कार्य जारी है और अब प्रशासन इस पर कार्यवाही की बात कह रहा है।
पहले कोर्ट तक पहुंचा मामला
जानकारी में सामने आया है कि खुदाई के ठेके को लेकर पूर्व में भी विवाद हुआ था और मामला कोर्ट तक पहुंच गया था। ठेकेदार द्वारा तालाब के पास स्थित निजी तीन बीघा भूमि से अवैध खनन करते हुए मिट्टी निकाली गई इसके बाद खातेदार ने न्यायालय ने खनन को गलत मानते हुए निकाली गई मिट्टी को वापस भरने के आदेश दिए थे। सूत्रों का कहना है कि तालाब की मिट्टी कुछ खातेदार के खेत में अवैध रूप से खनन कर डाली गई है क्योंकि ठेकेदार को मिट्टी डालने के लिए मोटी राशि खर्च करनी पड़ती इससे बचने के लिए मिली भगत करते हुए न्यायालय के आदेश की पालना करने के लिए यह खुदाई की गई और अब इस मिट्टी को और भी लोगों को अवैध रूप से खुदाई कर बेचा जा रहा है।
पेड़ पौधे लगाने के लिए करनी थी सफाई, मशीनों से कर दी खुदाई
सूत्रों से मिली जानकारी में सामने आया कि पूर्व में 14 लाख रुपए में टेंडर किया गया था जिसके अनुसार वृक्षारोपण के लिए तालाब के आसपास की जमीन को समतल करना था लेकिन ठेकेदार फर्म जो किसी पार्षद प्रतिनिधि की होने की बात कही जा रही है उसके द्वारा बड़ी-बड़ी मशीन लगाकर खुदाई की गई और बाद में निजी व्यक्ति की जमीन पर खुदाई होने से मामला बिगड़ गया जो अब तालाब खाली होने के बाद फिर से की जा रही है।
हमने वृक्षारोपण के लिए सफाई का टेंडर दिया था, वर्तमान में तालाब में खुदाई का कोई टेंडर नहीं है प्रकरण में कार्रवाई उपखंड अधिकारी द्वारा की जा रही है।
दीपिका वीरवाल, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका बड़ी सादड़ी
तालाब में खुदाई की जानकारी मिली है। स्थानीय तहसीलदार को निरीक्षण और जांच के आदेश दिए हैं अवैध रूप से खनन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कल्पित शिवरान, उपखंड अधिकारी, बड़ी सादड़ी