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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। वैसे राजस्व नियमों की बात की जाए तो नाला सड़क और तालाब के लिए आरक्षित भूमि पर किसी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है। लेकिन जब अफसर शाही हावी हो तो नियम आपके लिए मायने नहीं रखते हैं। ऐसा ही मामला छोटीसादड़ी में सामने आया जहां बहुमूल्य नाले के लिए आरक्षित भूमि पर निर्माण कर दिया गया और अब नगर पालिका कोर्ट में मामला होने की बात कह कर इस निर्माण को तोड़ने से कतरा रही है। बड़ी बात तो यह है कि नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पूरे मामले में झूठे आश्वासन देकर कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं। पूरा मामला इसलिए भी गंभीर हो जाता है कि इस मामले में भाजपा के पार्षद सुरेशचंद गुजराती ने भूख हड़ताल की लेकिन जिले के संवेदनशील जनप्रतिनिधियों को मामले की भनक नहीं लग जाए इसके लिए रातों-रात अधिशासी अधिकारी ने ठोस कार्रवाई का आश्वासन देकर भूख हड़ताल समाप्त करवा दी और अब आरोप यह है कि मामले में कार्रवाई करना तो दूर जिसे आश्वासन देकर उठाया उसका आप फोन तक उठाने की जहमत नहीं कर रही है। ऐसे में साफ हो गया कि प्रदेश की सरकार और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सुचारू और पारदर्शी प्रशासन के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन कुर्सियों पर बैठे अधिकारी मामलों को दबाकर जनप्रतिनिधियों और सरकार की मंशा पर पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। छोटीसादड़ी नगर पालिका क्षेत्र में नाले पर निर्माण को लेकर कारवाई नहीं होने के बाद अब पूरे मामले की शिकायत संभागीय आयुक्त को की गई है। अब देखने वाली बात होगी कि नाले की भूमि पर बनाई है अनाड़ी का निर्माण कब तक खड़ा रह पाता है।
यह है मामला
पार्षद सुरेशचंद गुजराती ने नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी को शिकायत की थी कि छोटीसादड़ी नगर के नीमच रोड के बड़ी पुलिया के यहां नगर का प्रमुख नाला बहता है और आस-पास के गांव का बारिश का पानी इसी नाले से होते हुए तालाब में जाता है। लेकिन इस नाले की जमीन की कीमत बाजार में करोड़ो रुपए होने से भूमाफिया द्वारा फर्जी दस्तावेज की मदद से अतिक्रमण किया जाकर अवैध निर्माण किया जा रहा है। पार्षद ने बताया कि इस नाले के पास भू-माफिया की कॉलोनी है, जो पालिका द्वारा सन 2012-13 में व्यवसायिक रूपांतरण किया गया जिसका सामने की भुजा 132 फीट कुल है, जो कालोनाइजर द्वारा बेच दी गई। लेकिन पालिका द्वारा नाले की भूमि जो छुड़ाई गई उसे कालोनाइजर द्वारा कब्जा कर अवैध निर्माण किया जा रहा है। जिसको ध्वस्त करने की मांग की थी।
पार्षद ने की थी भूख हड़ताल, कार्यवाही का दिया था आश्वासन
मंगलवार को भाजपा पार्षद सुरेशचंद गुजराती ने छोटीसादड़ी नगर पालिका क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ भूमाफिया द्वारा बेशकीमती जमीन पर किए जा रहे अतिक्रमण पर को भूख हड़ताल की थी। उस दिन मंगलवार देर रात नगर पालिका ईओ दीपिका वीरवाल पहुंची और कार्यवाही करने का आश्वासन देकर नारियल पानी पिलाकर भूख हड़ताल तुड़वाई थी। लेकिन उसके बाद भी अवैध नाले निर्माण को लेकर कोई कार्यवाही नही होने पर पार्षद ने इसकी शिकायत गुरुवार को बसेड़ा में आयोजित रात्रि चौपाल में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त गौरव बजाज को शिकायत की है।
पार्षद बोला- मामले की हो उच्च स्तरीय जांच
पार्षद ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के कई आदेश है कि नदी नाले रास्ते जमीन पर किसी भी प्रकार का निर्माण नही किया जाए। लेकिन अधिकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। पार्षद ने संभागीय आयुक्त से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की मांग की है।
इनका कहना है
निर्माण का मामला न्यायालय में है। न्यायालय का जो भी आदेश आएगा उसके बाद कार्रवाही की जाएगी। निर्माण करने वालो ने निर्माण स्वीकृति की फाईल लगा रखी है, जो अभी प्रोसेस में है।
दीपिका वीरवाल, अधिशाषी अधिकारी नपा, छोटीसादड़ी