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सीधा सवाल। कपासन। नेशनल लोक अदालत में समझाईश से प्रकरणों का निस्तारण किया गया।ताल्लुका विधिक सेवा समिति, कपासन के तत्वावधान में रविरवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। ताल्लुका विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, कपासन डाॅ. महेन्द्र सोलंकी की अध्यक्षता में गठित बैंच तथा वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कपासन सुश्रि निष्ठा पांडे की गठित न्यायपीठ में न्यायालयों अपर जिला एवं सेशन न्यायालय कपासन, न्यायालय अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट कपासन, न्यायिक मजिस्ट्रेट कपासन में विचाराधीन प्रकरणों में से कुल 448 प्रकरणों को राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए चिन्हित किया गया।एवं उक्त चिन्हित प्रकरणों में से कुल 115 प्रकरणों का लोक अदालत में निस्तारण किया जाकर कुल 3,943,332/- रूपये की राशि का अवार्ड पारित किये गये।ताल्लुका विधिक सेवा समिति के सचिव देव तिवारी ने बताया कि माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चित्तौडगढ महेन्द्र सिंह सिसोदिया एवं ताल्लुका विधिक सेवा समिति, कपासन अध्यक्ष के निर्देशानुसार आयोजित उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में उपरोक्त न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में से राजीनामे योग्य 448 प्रकरणों को चिन्हित किया गया।उक्त चिन्हित प्रकरणों में से कुल 115 प्रकरणों का पक्षकारो के मध्य राजीनामे से लोक अदालत की भावना से प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसी प्रकार बिजली विभाग, बैंको एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं, दूरसंचार, जलदाय विभाग के प्रि-लिटिगेशन संबंधित कुल 3747 प्रकरणों को राजीनामे के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत में सम्मिलित किया गया था, जिनमें से कुल 187 प्रकरणों में राजीनामे से 7,885,579/- रूपये के अवार्ड पारित किए गये। बिजली के बकाया बिलों पर 50 प्रतिशत की भारी छूट के साथ राजीनामा से प्रकरणों का निस्तारण किया गया।जिस कारण से लोगो ने उत्साह से लोक अदालत में भाग लिया और लाभान्वित हुये हैं।इस अवसर पर लोक अदालत पीठ के सदस्य मोहम्मद नासिर बेग मिर्जा तहसीलदार कपासन, अधिवक्ता नरेन्द्र दाधीच, अधिवक्ता गोविंद पवार, स्थानीय बार के समस्त अधिवक्तागण सहित न्यायालय के रीडर गोपाल लाल,अनिल मीना, दिलीप, ताल्लुका सचिव देव तिवारी, कर्मचारीगण सोहन लाल पूर्बिया, धनराज मीना, हरिओम व्यास,लोकेश मीना,कमलेश कुडी, योगेन्द्र गहलोत,पुनीत गुर्जर,विष्णु शरणम, श्रीमति सुमित्रा, सहायक लोक अभियोजक अनिल गहलोत, स्वयंसेवक कमलेश बारेगामा, ऋषि भट्ट, शाहरूख, शंभु लाल भील, पंकज भट्ट एवं विभिन्न बैंको के शाखा प्रबंधक एवं बिजली विभाग के अधिकारी तथा पक्षकारान उपस्थित होकर लोक अदालत में सभी मुकदमों का निस्तारण आपसी सुलह व समझाईश से कराया गया। ताकि पक्षकारान के मध्य भाईचारा व सौहार्द का वातावरण बना रहे।