3969
views
views

सीधा सवाल। कपासन। नगर के मध्य स्थित पुरानी कचहरी में महाकाल सेना के राष्ट्रीय संस्थापक खुशाल भारती जी महाराज के सानिध्य में एक शाम भैरवगढ़ के भेरू जी के नाम विशाल भजन संध्या और रात्री जागरण का आयोजन किया गया।जिसमें देश के प्रसिद्ध भजन गायकों ने अपने अपने भजनों की प्रस्तुतियां दी। कड़ाके की ठंड के बावजूद भजन संध्या सुबह चार बजे तक चली और लोग जमे रहे।प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय महाकाल सेना के संस्थापक दिगम्बर संत श्री खुशाल भारती जी महाराज के पावन सानिध्य में रविवार रात्री को कचहरी भेरू जी के विशाल भजन संध्या आयोजित हुई। जिसमें साधु संतों सहित क्षेत्र के मुख्य मंदिरों के पुजारी व भोपा जी भी शरीक हुए।भजन संध्या का आरंभ गणेश वंदना से हुआ। उसके बाद भेरू जी, भोले नाथ, सांवरिया जी सहित गुरू महिमा के भजनों की प्रस्तुतियां हुई।इस दौरान क्षेत्र के प्रसिद्ध भजन गायक कलाकारों ने आज मारा भेरू जी का दर्शन करवा आया,आज मारे दर्शन करवा की तगड़ी जचगी,अरे भेरू गढ़ का भेरू की मूरत मन में बसेगी और मारे आंगन पधारो भेरू जी सहित माताजी, गातोड़ जी के भजनों प्रस्तुतियों पर लोग झूमकर नाचे।देश के प्रसिद्ध भजन गायक भेरू लाल बारेगामा, नरेश प्रजापत, सुरेश गहलोत, मधुबाला राव, महेश पालीवाल आदि कलाकारों ने अपने मुखारविंद से गाए भजनों पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए और सुबह चार बजे तक चली भजन संध्या में ठंड के बावजूद जमे रहे।दिगम्बर खुशाल भारती जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित भजन संध्या में राजपुरी जी महाराज, कृपाल भारती जी, ऋषि भारती जी, माया भारती जी, अनूप बाबा , गातोड़ जी वीरपुरा के मुख्य भोपाजी मोहन लाल शर्मा, मुकेश सोनी सहित कई संत मोजूद रहे।क्षेत्र के मुख्य मंदिरों के भोपाजी भी आमंत्रण के बाद पधारे और उपस्थित विशाल जनसमूह को अपना आशीर्वाद दिया।एवं संत श्री खुशाल भारती जी महाराज के धर्म जागरण अभियान में साथ खड़े रहने को कहा।भजन संध्या से पूर्व कचहरी भेरू जी के दरबार में विधी विधान से पूजा अर्चना के साथ हवन, यज्ञ यज्ञ हुए और भेरू जी का विशेष श्रृंगार किया गया।कार्यक्रम में स्थानीय लोगो के अलावा उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, सलूंबर, चितौड़गढ़ सहित गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा से राष्ट्रीय महाकाल सेना के पदाधिकारी भी मोजूद रहे।वहीं गुजरात के डीसा में संपन्न हुए चातुर्मास के बाद भेरू जी के दरबार में श्री खुशाल भारती जी महाराज का भव्य स्वागत किया गया।इस दौरान डीसा से आए भक्तों का भी राष्ट्रीय महाकाल सेना कपासन की और से मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।