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सीधा सवाल। निंबाहेड़ा। शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। वाहन चालक बिना किसी नियम-कानून का पालन किए वाहन चला रहे हैं, जिससे आम लोगों के लिए सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं है। शहर के प्रमुख चौराहों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में न तो ट्रैफिक पुलिस दिखाई देती है और न ही कोई व्यवस्था। इसके चलते आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। मंडी चौराहा जैसे इलाकों को नो-पार्किंग ज़ोन घोषित किया गया है, लेकिन वहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सड़क किनारे ठेले और दुपहिया वाहन खड़े होने से यातायात बाधित हो रहा है। इसी अव्यवस्था के कारण दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। शहर के ट्रैफिक पोस्ट खाली पड़े हैं। न दिन में ट्रैफिक पुलिस नजर आती है और न रात में। कभी-कभार यातायात सुधारने के लिए अभियान चलाया जाता है, लेकिन कुछ ही दिनों में हालात फिर से वही हो जाते हैं। बिना किसी ट्रैफिक नियंत्रण के, पैदल चलने वालों के लिए सड़कें बेहद असुरक्षित हो गई हैं। हर चौराहे और मुख्य सड़क पर वाहनों का अराजक जमावड़ा बना रहता है। शहरवासियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है।