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- प्रशासन की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की हुई कार्रवाई, ग्रामीणों में दिखाई दी अच्छी पहल

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। पंचायत समिति क्षेत्र चित्तौड़गढ़ में आने वाले ग्राम पंचायत घोसुंडा में मंगलवार को चरनोट जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। चित्तौड़गढ़ तहसीलदार की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया गया। यहां करीब 58 बीघा जमीन में अतिक्रमण कर के बुवाई कर दी गई थी। इसमें एक अच्छी बात यह देखने को मिली थी कि ग्रामीण स्वयं कब्जा हटाने के लिए आगे आए। इसके लिए उन्होंने बकायदा बैठक भी की थी और कार्यवाही के दौरान खड़े रह कर कब्जा हटवाने में सहयोग किया।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर घोसुंडा ग्राम पंचायत है। यहां की करीब 58 बीघा चरनोट जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था। इसकी शिकायत प्रशासन के पास भी पहुंची थी। ऐसे में प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई की जा रही थी। इसी बीच ग्रामीणों की भी बैठक हुई थी। इसमें ग्रामीणों ने स्वयं ही अपने अतिक्रमण हटाने का निर्णय किया। यह भी निर्णय किया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान सभी ग्रामीण भी मौजूद रहेंगे। वहीं प्रशासन ने ग्रामीणों की इस पहल का स्वागत किया। बाद में चित्तौड़गढ़ तहसीलदार राहुल धाकड़ मंगलवार को मौके पर पहुंचे। यहां पटवारी की और से तैयार की हुई रिपोर्ट देखी। इसमें सामने आया है कि करीब 58 18 ग्रामीणों ने 58 बीघा जमीन पर कब्जा किया हुआ था। साथ ही यहां गेहूं व सरसों की फसल की बुवाई की हुई थी। इस पर जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। यहां मंगलवार को 58 में से करीब 54 बीघा जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर लिया गया। अंधेरा होने के कारण अभियान को रोक दिया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच के अलावा पटवारी तथा करीब एक हजार महिला और पुरुष मौजूद रहे। कार्रवाई को लेकर तहसीलदार चित्तौड़गढ़ राहुल धाकड़ ने बताया कि ग्रामीणों से ग्राम पंचायत क्षेत्र में अतिक्रमण की शिकायत मिली थी। इस पर पटवारी से रिपोर्ट ली गई थी। प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। ग्रामीणों ने भी बैठक करके स्वयं ने अतिक्रमण हटाने में सहयोग देने का निर्णय किया गया था। एक दिन में करीब 54 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटा दिया गया है। अंधेरा हो जाने के कारण अतिक्रमण हटाने के कार्रवाई को रोक दिया गया है।