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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सुनील कुमार गोयल द्वारा महिला अधिकारिता विभाग परिसर चंदेरिया थाने के पीछे संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण किया गया। सचिव ने केस रजिस्टर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आश्रय कक्ष में दो महिलाएँ आवासित पाई गईं जिनसे सचिव ने वार्ता कर केस का संज्ञान लिया। प्रभारी नीतू जोशी ने बताया कि किसी भी हिंसा से पीड़ित महिला को अविलम्ब आश्रय एवं अन्य सहायता हेतु केन्द्र एक ही स्थान पर विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध करवाता है। जाति,धर्म,वर्ग,क्षेत्र,लैंगिक अभिविन्यास अथवा वैवाहिक स्थित के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। पीड़िता को 5 दिन तक भर्ती अवधि में आश्रय के साथ भोजन, आवास, दैनिक आवश्यकताओं आदि की पूर्ति की जाती है। महिलाओं को रोजगार दिलवाने मंे भी सखी केन्द्र की ओर से सहायता की जाती है। निरीक्षण से समय स्टाफ ममता तेली,ममता बैरवा, सुमन सेन,मंयक भट्नागर,पायल सेन,भारती कंवर उपस्थित रहे। प्रभारी नीतू जोशी ने बताया कि महिला हिंसा सम्बन्धी समस्याओं के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के तत्वाधान से सम्पूर्ण भारत वर्ष में सखी वन स्टॉप सेन्टर संचालित हैं तथा केन्द्र पर अभी तक 1085 महिलाओं को सहयोग दिया गया है। केन्द्र 24 घण्टे 365 दिन खुला रहता है तथा पारी के अनुसार कुशल परामर्शदाता, सुरक्षा कर्मी एवं हेल्पर सेवा देने को तत्पर रहते हैं। कोई भी महिला 181 या सम्बन्धित थाना या सीधे ही केन्द्र पर 01472294802 पर सम्पर्क कर केन्द्र की सेवा प्राप्त कर सकती हैं। गौरतलब है कि केंद्र के संचालन पश्चात से 1273 महिलाएं केन्द्र से सहयोग प्राप्त कर चुकी है।