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सीधा सवाल। बड़ीसादड़ी। रेगर समाज के पंचायती भवन में रात्रि को निरंकारी मिशन की ओर से सत्संग का आयोजन किया गया। मिशन के मीडिया सहायक राधेश्याम रेगर ने जानकारी देते हुए बताया कि सत्संग के प्रारंभ में देवेंद्र सिंह राठौड़ (सीआई) दिलीप कुमार चौधरी (भूतपूर्व चेयरमैन) रघुवीर सिंह झाला (वकील) विजय सिंह सारंगदेवोत (पूर्व सरपंच) रमेश चंद्र चौधरी (पंचायत समिति सदस्य) प्रतिनिधि आदि ने बाहर से आए महात्मा का माला व दुपट्टा पहनकर स्वागत किया। उदयपुर से पधारे निरंकारी ज्ञान प्रचारक रेणुका बहन ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक क्षण में परमात्मा से मिला देता है, सद्गुरु यही सतगुरु की पहचान होती है। उन्होंने कहा कि परमात्मा को जानने के बाद ही अपने मूल रूप का पता चलता है कि हम आत्मिक रूप से इसी परमात्मा की अंश है एक परमात्मा का एहसास होने के बाद एकत्व का भाव साकार हो जाता है परमात्मा को जानकर प्रेम भावना से भक्ति की जाए तो वह प्रेमा- भक्ति बन जाती है। हर एक में परमात्मा है और हर कोई श्रेष्ठ है इस भाव से विचरण करे तो भेदभाव समाप्त हो सकता है निःस्वार्थ रूप से सेवा का भाव तथा एक- दूसरे के साथ सहयोग करते हुए जीवन जीना ही मानवता है सदैव सरबत के भले की बात रखनी है। संत का हृदय हर एक के लिए पिघल जाता है और अपने पराए का भेद मिट जाता है केवल शारीरिक रूप से ही इंसान नहीं बनना बल्कि मानव मात्र के प्रति मानवता जलकनी चाहिए। परमात्मा को अपने दिल में बिठाएंगे तभी मानवता के प्रति प्यार होगा हर इंसान को कीचड़ में कमल की तरह खिलना चाहिए। आसपास का माहौल खराब होने के बावजूद भी हमें अपने जीवन को निखारना चाहिए।
रेगर समाज के अध्यक्ष रमेश चंद्र मोहिल एवं गायत्री परिवार की ओर से समाज के भोरी राम, भंवरलाल, पार्षद अमृतलाल, मोहनलाल, नंदलाल और अनेक समाज जन उपस्थित होकर बहार से सभी संत महात्माओं का स्वागत एवं आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम का संचालन भेरूलाल निरंकारी ने किया।