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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। न्यायालय के आदेश पर जलोदा जागीर पुलिस थाने में रिटायर्ड शिक्षक की कृषि भूमि पर अनाधिकृत तरीके से प्रवेश कर फसल को नुकसान पहुंचाने, ट्रैक्टर लूटने और जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज किया गया है। मामले में पूर्व उपप्रधान रमेश गोपावत सहित आधा दर्जन लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस ने बताया कि अधिवक्ता जसवंत सिंह राठौड़ ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में परिवाद दायर करते हुए आरोप लगाया कि उनके पिता, रिटायर्ड शिक्षक गोवर्धन सिंह राठौड़, ने अपनी जमीन पर चने की फसल बो रखी थी। खेत में ट्रैक्टर और अन्य कृषि उपकरण भी मौजूद थे। 25 और 26 दिसंबर को बंबोरी निवासी मुकेश कुमार आमेटा, रमेश गोपावत, पीयूष रावत, नारायण लाल रावत, रामलाल, शंभूलाल रावत और प्रकाश रावत सहित आधा दर्जन लोग हथियारों से लैस होकर खेत में पहुंचे। आरोप है कि इन लोगों ने खेत के कमरे का ताला तोड़कर वहां से कृषि उपकरण और अन्य सामान निकाल लिया। इसके बाद उन्होंने फसल को नष्ट कर ट्रैक्टर ले जाने का प्रयास किया। अधिवक्ता जसवंत सिंह मौके पर पहुंचे और ट्रैक्टर छुड़ाने की कोशिश की। इस दौरान आरोपियों ने फायरिंग कर अधिवक्ता पर जानलेवा हमला किया। अधिवक्ता ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे व्यथित होकर उन्होंने न्यायालय में इस्तगासा दायर किया।
इनका कहना है
मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।
इस्तगासा दर्ज करवाकर आराजी पर अपना कब्जा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। जसवंत सिंह ने अपने साथ आठ-दस लोगों को लेकर जबरन उनकी फसल नष्ट की। इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। जिस ट्रैक्टर को लूट का बताया जा रहा है, उसे पुलिस ने पहले ही जब्त कर लिया था। न्यायालय और पुलिस की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
रमेश गोपावत, पूर्व उपप्रधान