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सीधा सवाल। मंडफिया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मंडफिया (श्री सांवलिया जी) में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 129 वीं जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई। आरंभ में मां सरस्वती एवं नेताजी के छवि चित्रों पर तिलक, पुष्पार्पण किया गया। प्रार्थना सभा में आयोजित जयंती समारोह में विद्यालय के उप प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह शक्तावत ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के संपूर्ण जीवन चरित्र,व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। जर्मनी व जापान में आजाद हिंद फौज का नेतृत्व करने वाले नेताजी ने देश की आजादी के लिए अनवरत संघर्ष किया।उनमें दृढ़ संकल्प,कर्म निष्ठा,कठोर परिश्रम आदि जन्मजात गुण थे।" तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा,जय हिंद,दिल्ली चलो" आदि नारों से नेताजी ने भारतीयों में देश प्रेम की भावना भर दी।दुर्भाग्य से 18 अगस्त 1945 को विमान दुर्घटना में उनका निधन हो गया,जो कि आज भी संदिग्ध हैं। विद्यार्थियों को इस जयंती पर नेताजी से देशभक्ति की भावना एवं उज्जवल चारित्रिक गुण ग्रहण करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।12 जनवरी विवेकानंद जयंती से 23 जनवरी सुभाष जयंती तक मनाए गए कर्तव्य बोध पखवाड़े का भी समापन हुआ,इस दौरान युवाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।इस जयंती अवसर पर प्रधानाचार्य दिनेश चंद बैरवा, स्टाफ साथी आशीष चंडालिया,कन्हैयालाल मेघवाल,हेमलता रेगर,दीपक गुर्जर,रवि बैरवा,धर्मेंद्र सामोता, राकेश शर्मा,नारायण लाल रेगर,राहुल शर्मा,मुकेश जाट,लाल मोहम्मद,सचिन तिवारी,महिपाल सिंह राणावत,बाबूलाल रेगर,सुनील भारद्वाज,प्रह्लाद जाट,अनिल गुर्जर,भूपेंद्र शर्मा,उमा दाधीच,रानी बडारिया,भेरूलाल लोहार,विद्यार्थी गण सहित फिनिश सोसायटी से राजेंद्र सिंह,विकास,दुर्गेश आदि उपस्थित थे।