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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़ राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन प्राचार्य डॉ. गौतम कुमार कूकड़ा के निर्देशन में कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जसप्रीत कौर ने बताया कि महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में बालिका दिवस का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि के रूप में अपर जिला सेशन न्यायाधीश सुनील कुमार गोयल अपनी टीम के साथ रहे। जिन्होंने स्वयं सेविकाओं को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों व विशेष अधिकारों की जानकारी दी। भारती गहलोत द्वारा समानता का अधिकार कन्या भ्रूण हत्या बाल विवाह दहेज प्रताड़ना आदि की जानकारी प्रदान की गई। मंच संचालन महिला प्रकोष्ठ प्रभारी अंजू चौहान द्वारा किया गया। तत्पश्चात् महाविद्यालय में चल रहे नई किरण नशा मुक्ति केंद्र तत्वावधान में स्वयं सेविकाओं ने सुख सेवा संस्थान नशा मुक्ति व पुनर्वास केन्द्र का भ्रमण किया जिसमें संस्थान अध्यक्ष गफ्फार पठान ने सभी का स्वागत करते हुए केंद्र की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।काउंसलर प्रभात शर्मा द्वारा नशे से बीमार व्यक्तियों के प्रवेश प्रक्रिया, शरीर को डीटॉक्स करने, नशे के शरीर पर कुप्रभावों के बारे में बताया साथ ही उन्होंने नशे को बीमारी बताते हुए यह कहा कि किसी भी उम्र के व्यक्ति को बिना जात पात धर्म आदि का भेद भाव यह बीमारी चपेट में दे सकती है जिससे व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों में गलती के एहसास को भूल जाता है उन्होंने केंद्र को एहसासों की पुनर्जागृति का केंद्र बताते हुए कहा कि केंद्र में आने से व्यक्ति को परिवार व जिम्मेदारियों का एहसास होता है। केंद्र में पुनर्वास हेतु प्रवेशित सदस्यों में सचिन, दिनेश, शोएब, बिजेंद्र आदि ने अपने अनुभवों को साझा किया। वे अपने शरीर पर हुए सकारात्मक प्रभावों की जानकारी दी तत्पश्चात् कोआर्डिनेटर अमित कुमार चेचानी द्वारा स्वयं सेविकाओं व सभी सदस्यों को "जिंदगी एक नई शुरुआत" फिल्म दिखाई गई। प्राचार्य द्वारा सभी सदस्यों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. सी. एल. महावर, डॉ.लोकेश जसोरिया, डॉ.ज्योति कुमारी, डॉ.अंजू चौहान, जयश्री कुदाल, रिंकी गुप्ता, शंकर मीणा, श्याम सुंदर पारीक, डॉ. प्रीतेश राणा सभी ने स्वयं सेविकाओं को कार्य हेतु प्रोत्साहित किया।