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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सामाजिक सेवा एवं विकास क्लब व युवाओं द्वारा यूट्यूब पर प्रवाहित शॉ "इंडियाज गॉट लेटेंट" पर कॉमेडी के नाम पर अश्लीलता फैलाने, अभद्रता प्रस्तुत कर संस्कृति और सामाजिक मूल्यों के विरुद्ध गंदे एवं अमर्यादित शब्दों का उपयोग करने के संबंध में शॉ चलाने वाले यूट्यूबर समय रैना, तथा शो पर गेस्ट के तौर पर आने वाले यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया, अपूर्वा मक़ीज़ा, व अन्य के ख़िलाफ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ज़िला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ के मार्फ़त सख़्त कार्यवाही करने हेतु ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि बीते दिनों इंडियाज गॉट लेटेंट शॉ पर गेस्ट के तौर पर आये यूट्यूबर व पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया, अपूर्वा मक़ीज़ा द्वारा सार्वजनिक मंच से अश्लीलता फैलाते हुए माता पिता के संबंधों पर अभद्र टिप्पणी की साथ ही एक कंटेस्टेंट को 2 करोड़ रुपये का लालच देकर ग़लत कार्य करने हेतु प्रेरित किया। इसके साथ ही मंच को साझा कर रही अपूर्वा मक़ीज़ा ने अपनी मर्यादा तोड़ते हुए भद्दी और गंदी बाते की। जिससे इनके एपिसोड्स को हटाया जाये। डार्क कॉमेडी के नाम पर इन लोगो द्वारा अश्लीलता और युवाओं को भटकाने का कार्य किया जा रहा है रहा है स्पष्ट शब्दों में कहे तो ये नीचता की पराकाष्ठा है। सोशल मीडिया पर फेमस होने के चक्कर में ये लोग अश्लीलता पर उतर आते है। जिससे इनके विरुद्ध सरकार को दंडात्मक कार्यवाही करते हुए इन लोगो के चैनल बंद करने चाहिए। इस संबंध में जानकारी देते हुए क्लब के संस्थापक दीपक राज़ोरा ने बताया कि सार्वजनिक मंच से ऐसा कुछ हुआ जिससे भारतीय संस्कृति को छिन्न-भिन्न करने की कोशिश हुई है।जिसे पूरे देश ने सुना और देखा है। जिस देश में महिला को देवी का दर्जा दिया जाता है जहां एक और हम देश की बेटियों के लिए हम सुरक्षित भविष्य की कल्पना कर रहे है वही दूसरी और इसी देश की बेटी सरे आम अपने संस्कारों का प्रदर्शन कर रही है, कॉमेडी के नाम पर मातृत्व पर गंदे मजाक बनाये जा रहे है, माता पिता के रिश्तों पर भद्दी बाते की जा रही है। ज्ञापन देते हुए केशव कालाणी, गोविंद ईनानी, हरीश वेद, यशवंत सिंह पड़िहार द्वारा बताया गया कि कॉमेडी के नाम पर ये लोग समाज को अश्लीलता दे रहे है। नाबालिग बच्चे सबसे ज़्यादा इन लोगो को सबसे ज्यादा देखते, सुनते और इनका अनुसरण करने की कोशिश करते है जबकि असलियत इनकी कुछ और होती है और दिखाई कुछ और जाती है। मनोरंजन के नाम पर मानसिकता को प्रदूषित करने की साज़िश है। अगर अश्लीलता फैलाना, गंदी बाते सार्वजनिक मंच से करना, सुनना आम हो गया तो देश की जनता पर क्या असर पड़ेगा। ऐसे में अश्लीलता और गंदे कंटेंट क्रिएटर्स के ख़िलाफ़ कार्यवाही करते हुए सख़्ती बरती जाये और इनके चैनल बंद किए जाए। भारत देश के हर युवा को इस देश की संस्कृति और सभ्यता को जागृत रखने हेतु कदम बढ़ाने चाहिए। ज्ञापन में राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री जी से भी अपील की है वह भविष्य को देखते हुए इन मुद्दों पर कड़े क़ानून बनाए।