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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। न्यू सीकर एकेडमी एजुकेशन ग्रुप के तत्वावधान में सैगवा हाउसिंग बोर्ड स्थित ईनाणी पब्लिक स्कूल परिसर में वैलेंटाइन डे के स्थान पर मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में वार्षिक उत्सव मनाया गया तथा पुलवामा अटैक मे मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आरएसएस के विभाग कार्यवाह दिनेश चंद्र भट्ट ने बताया कि संचार क्रांति के दुरुपयोग और पश्चिमी संस्कृति के अंधानुकरण से चिरस्थाई भारतीय संस्कृति और सभ्यता वर्तमान समय में तिरोहित हो रही जिसे हमें बचाने के समस्त प्रकार के प्रयास करने चाहिए। एकल परिवार,आधुनिकता की होड़, भौतिकवाद का दिखावा, संसाधनों के अति एकत्रीकरण जैसे कार्यों से समाज में विघटन, राष्ट्र विरोधी ताकते का बढ़ना, पर्यावरण असंतुलन, वैश्विक पटल पर भारतीय अर्थव्यवस्था की चुनौतियां, भारत माता के सांस्कृतिक मूल्य, प्राचीन वैदिक ज्ञान एवं तकनीकी को पुनर्स्थापित करने में समस्याएं दृष्टिगत हो रही है।
विशिष्ट अतिथि जिला रसद अधिकारी हितेश जोशी ने बताया कि भारतीय संस्कृति और संस्कारों को नहीं भूलना चाहिए और पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण नहीं करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि चित्तौड़ प्रधान देवेन्द्र कंवर भाटी ने कहा कि माता-पिता की पूजा करने से विद्यार्थियों में विनम्र और ग्राहय भाव के गुण विकसित होते है जिससे विद्यार्थी मानसिक और बौद्धिक रूप से मजबूत बनता है और विद्या अर्जन की लब्धि का विकास होता है।
विशिष्ट अतिथि महिला थानाधिकारी सीआई चंद्र ज्योति शर्मा ने बताया कि मोबाइल के दुरुपयोग से बच्चे मानसिक रोगी, मोबाइल एडिक्ट, अंग्रेज संस्कृति का बढ़ावा के साथ-साथ अपराध बढ़ रहे हैं जिनको तकनीकी का सदुपयोग करके और समाज तथा अभिभावकों के सहयोग से युवा पीढ़ी को सँस्कारित और चरित्रवान बनाने की आवश्यकता है। संस्था संचालक डॉक्टर प्रहलाद शर्मा ने स्वागत भाषण के साथ बताया कि अंग्रेज संस्कृति के दुष्प्रभाव वैलेंटाइन-डे के स्थान पर मातृ पितृ पूजन तथा अभिभावक सम्मान तथा पुलवामा हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि जैसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में विन्रमभाव विकसित होता है जिससे विषयगत एवं सामाजिक ज्ञान ग्रहण करने की क्षमता का विकास होता है तथा मनुष्यत्व को आत्मसात करके मनुष्य जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि महेंद्र कुमार जोशी तथा महिला थाना सब इंस्पेक्टर मधु कंवर राजपुरोहित ने भी विचार व्यक्त किये।भव्या डोंगरे ग्रुप ने देव वंदना,भाविका ग्रुप ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति, प्रांजल शर्मा ग्रुप ने देशभक्ति नृत्य, गजराज ग्रुप ने पुलवामा अटैक का चित्रण,आदित्य धाकड़ ग्रुप ने सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, इशिका ने माता-पिता पूजन के दौरान गाना "यह तो सच है कि भगवान है....." इत्यादि रंगारंग प्रस्तुतियां विद्यार्थियों द्वारा दी गई। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय से जुड़े सभी अभिभावको के साथ-साथ स्टाफ के टीचर्स प्रद्युम्न शर्मा, बाबूलाल माली, अंजना गोस्वामी, सुनील कुमार ओला, संघमित्रा गौतम, अंतिमा सोनी, रानू शर्मा, सुनील महेश्वरी, महिमा भट्ट, किरण सेन, बालू सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन किरण सेन, राधिका पहाड़िया और नव्या ओड ने किया।