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मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ द्वारा अपनी परंपरा अनुसार कल्याणेश्वरमहादेव एवं ठाकुर श्री कल्लाजी की महति अनुकम्पा से फाल्गुन कृष्णा त्रयोदशी के पावन अवसर पर वेदपीठ परिसर में महाशिवरात्रि का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसकी सभी तैयारियां पूर्ण हाे चुकी हैं। वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्ति के लिए अब तक 251 यजमान युगलों द्वारा महारूद्राभिषेक में भागीदारी के लिए पंजीयन करवाया जा चुका हैं। ओम नमः शिवाय के पुरुश्चरण जाप अनरवत शिवरात्रि को होंगे।
एक लाख 51 हजार पार्थिंव शिवलिंग का होगा महारूद्राभिषेक
बुधवार महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर वेदपीठ परिसर में एक लाख 51 हजार पार्थिंव शिवलिंग का 21 द्रव्यों से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महारूद्राभिषेक किया जाएगा। वेदपीठ के आचार्यों के मार्गदर्शन में बटुकों एवं शिल्पियों द्वारा पार्थिंव शिवलिंग एवं जलहरियों का निर्माण किया गया हैं। वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि ठाकुर जी की संध्या महाआरती के पश्चात चार प्रहर के धार्मिंक अनुष्ठान का शुभारंभ किया जाएगा। इस दौरान श्रद्धालु कई प्रकार के पदार्थों को न्यौछावर करने के साथ ही भगवान आशुतोष का उनके प्रिय 21 द्रव्यों से महारूद्राभिषेक किया जाएगा। द्रव्यों में शुद्ध जल, कुशोदक, गन्ना रस, शहद, दूध, शक्कर, मिश्रित जल, सरसो, तेल, घी, दही, तीर्थ जल, आमरस, छाछ, दुर्वारस, सात फ्लो का रस, गाय का दूध, केसर, विजया, भांग, इत्र, चमेली का तेल, चंदन और बिल्व फल का रस इन द्रव्यों के द्वारा शिवरात्रि पर विभिन्न मनोकामना हेतु महारुद्राभिषेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भौर तक चलने वाले इस अनुष्ठान के पश्चात श्रद्धालुओं एवं भक्तों को 108 रूद्राक्ष की मालाएं सुलभ कराई जाएगी। इससे पूर्व भगवान शिव की महाआरती कर प्रसाद वितरण किया जाएगा। महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर ठाकुर जी का महादेव स्वरूप में मनमोहक श्रृंगार किया जाएगा।