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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। उपखंड क्षेत्र के महुडिया गांव में बुजुर्ग पगड़ी धारियों ने एकजुट होकर 'एक देश, एक चुनाव' का समर्थन किया। सभी बुजुर्गों ने कहा कि यह निर्णय देश के हित में होगा और इससे देश में स्थिरता और विकास को बल मिलेगा। गांव के 105 वर्षीय बुजुर्ग धुरालाल जणवा की अध्यक्षता में आयोजित इस सभा में ग्रामीणों ने एक स्वर में 'एक देश, एक चुनाव' को अपनाने की मांग की। धुरालाल जणवा ने कहा, "हमने आज़ादी के शुरुआती दौर में एक साथ चुनाव देखे हैं, जो देश हित में थे। अब फिर से यह प्रणाली लागू होनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र मिले।"
कार्यक्रम में 'एक देश, एक चुनाव राजस्थान टीम' के सदस्य और किसान नेता सोहन लाल आंजना की उपस्थिति रही। वहीं, मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त अध्यापक यशराज जणवा ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि बार-बार चुनाव होने से सरकारी तंत्र, सुरक्षा बलों और प्रशासनिक कर्मचारियों का समय नष्ट होता है। उन्होंने कहा कि यदि पूरे देश में एक साथ चुनाव होते हैं, तो लाखों कर्मचारी, सेना के जवान, पुलिस प्रशासन और शिक्षक अपने मूल कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
अलग-अलग चुनावों में होने वाला हजारों करोड़ रुपये का खर्च बचेगा। बार-बार लागू होने वाली आचार संहिता से विकास कार्यों में आने वाली रुकावटें समाप्त होंगी।
देश की प्रशासनिक और आर्थिक व्यवस्थाएं अधिक सुदृढ़ होंगी। सभा में उपस्थित सभी बुजुर्गों एवं युवाओं ने हाथ उठाकर और मुट्ठी भींचकर 'एक देश, एक चुनाव' के समर्थन में अपनी सहमति जताई। बुजुर्गों में धुरालाल, बगदीराम, भेरूलाल, गेहरीलाल, गिरधारीलाल, रतनलाल, गंगाराम, नानालाल, गब्बलाल और रामेश्वरलाल शामिल थे। वहीं, युवा वर्ग से राजकुमार जणवा, ऊंकारलाल, विनोद, कन्हैयालाल, कारूलाल, गोपाललाल और नटवरलाल आदि ने भी भाग लिया। सभा के अंत में सभी ने 'एक देश, एक चुनाव' की पहल को देशहित में आवश्यक बताते हुए सरकार से इसे जल्द लागू करने की अपील की।