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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। मानपुरा भाटिया के ग्रामीणों ने पंचायत पुनर्गठन को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए एसडीएम कार्यालय पर एकजुट होकर विरोध जताया। ग्रामीणों ने एसडीएम यतिंद्र पोरवाल को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि उनके गांव को नवगठित ग्राम पंचायत बसेड़ी कुण्डाल में शामिल न किया जाए। गौरतलब है कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत ग्राम पंचायत जलोदिया केलुखेड़ा के अंतर्गत आने वाला गांव मानपुरा भाटिया को ग्राम पंचायत बसेड़ी कुण्डाल में जोड़े जाने का प्रस्ताव किया गया है। इस प्रस्ताव का ग्रामवासियों ने विरोध करते हुए कहा कि बसेड़ी कुण्डाल की दूरी गांव से करीब 7 किलोमीटर है और वहां तक पहुंचने के रास्ते भी अत्यंत खराब हैं, जिससे आम जन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों ने सुझाव देते हुए कहा कि यदि रेवड़ा गांव को नई पंचायत के रूप में गठित किया जाता है तो मानपुरा भाटिया को वहीं शामिल किया जाए, क्योंकि रेवड़ा महज 1 किलोमीटर दूर है। साथ ही वहां बेहतर आधारभूत सुविधाएं जैसे जल आपूर्ति, शिक्षा, खेल मैदान और पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, जो गांव के विकास के लिए उपयुक्त है। ग्रामीणों का कहना है कि समीपस्थ पंचायत में शामिल होने से मतदान प्रक्रिया में भी सुविधा होगी और वृद्ध, दिव्यांग व महिलाओं को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि जनहित में इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए और मानपुरा भाटिया को जलोदिया केलुखेड़ा पंचायत में यथावत रखा जाए।