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सीधा सवाल। निम्बाहेड़ा।
जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगांव में हुई आतंकी घटना में हिन्दू पर्यटकों से उनका धार्मिक नाम पूछकर उनकी निर्दयता पूर्वक हत्या की गई, इस घटना ने पूरे राष्ट्र को स्तब्ध एवं आक्रोशित कर दिया। इस घटना के विरोध में भारतीय जनता पार्टी निम्बाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी को सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व यूडीएच मंत्री एवं विधायक श्रीचंद कृपलानी तथा जिलाध्यक्ष रतनलाल गाडरी की उपस्थिति में पूर्व विधायक अशोक नवलखा, जिला प्रमुख गब्बर सिंह अहीर, पंस प्रधान बगदीराम धाकड़, पूर्वी नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, नगर अध्यक्ष कपिल चौधरी, पूर्वी मण्डल अध्यक्ष अशोक जाट, पश्चिमी मण्डल अध्यक्ष राजेंद्र सिंह शक्तावत, वरिष्ठ नेता जानकी लाल जोशी, मनोज शर्मा, भाजपा नगर महामंत्री देवकरण समदानी, कमलेश बनवार, कमलेश बुनकर, नगर उपाध्यक्ष गोपाल पंचोली, विमल कोठारी, महिपाल सिंह, पुष्कर सोनी, नरेश आमेटा, नगर मंत्री कुलदीप सिंह राठौड़, निवर्तमान पार्षद मयंक अग्रवाल, जगदीश माली, ओबीसी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष गोपाल वैष्णव, किसान मोर्चा नगर अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, भाजयुमो नगर महामंत्री चिराग मंत्री, ग्रामीण मण्डल महामंत्री सोनू झंवर, अजय नागदा, अंतरिक्ष साहू, सोनू पारख, अशोक मालवीय, रमेश वैष्णव, रतन वैष्णव, राजू गौड़, हितेश जोशी, सुनील धाकड़ कोचवा, लाला सेन आदि ने कहा कि पहलगाम में हुई यह घटना न केवल एक आतंकवादी हमला है, अपितु यह भारत के बहुसंख्यक समाज की धार्मिक स्वतंत्रता, पहचान और गरिमा पर भी सीधा आघात है। ज्ञापन के माध्यम से भाजपा जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं के द्वारा जो देश की एकता, अखंडता एवं सामाजिक सद्भाव को बाधित करने का षड्यंत्र कर रहे हैं, ऐसे सभी आतंकवादियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोरतम दंड (मृत्युदंड) दिया जाए। साथ ही जम्मू-कश्मीर में हिंदू यात्रियों व पर्यटकों की सुरक्षा के लिए स्थायी व प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से आग्रह किया कि इस घटना में मृतकों के परिवारों को सरकार के द्वारा यथोचित सहायता प्रदान की जाए, क्योंकि यह घटना न केवल पीड़ित परिवारों की पीड़ा है, बल्कि पूरे हिंदू समाज की आत्मा को आहत करने वाली है। भाजपा जनप्रतिनिधियों ने आग्रह है कि इस विषय को राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सामाजिक न्याय से जोड़ते हुए त्वरित और कठोर कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में कोई भी आतंकी तत्व भारत भूमि पर इस प्रकार की कायरतापूर्ण हरकत करने का साहस न कर सके।