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कपासन नगर की पेयजल समस्या के स्थाई निदान की मांग

सीधा सवाल। कपासन। जिला कांग्रेस कमेटी चित्तौड़गढ़ के उपाध्यक्ष एवं नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष प्रतिनिधि पूर्व पार्षद राजीव सोनी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नाम एक खुला मांग पत्र जिला कलक्टर चित्तौड़गढ़ के माध्यम से भीजवाकर कपासन नगर के राजराजेश्वर तालाब में पानी की आवक बढ़ाने, तालाब की पाल रिपेयरिंग एवं सफाई करवाने सहित एवं अतिक्रमण मुक्त करवाने का अनुरोध किया। साथ ही कपासन नगर की छोटी झील गुलाबसागर की सफाई एवं सौन्दर्यकरण का अनुरोध किया।ज्ञापन में बताया कि कपासन नगर के उत्तर में बनास नदी तथा दक्षिण में बेड़च नदी बहती है जो कि मात्र दस किलोमीटर के रेडियस में स्थित हैं।मातृकुंडिया बांध एवं बैंड़च नदी से कपासन के जल स्रोतों में पानी पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण कपासन नगर पेयजल से हर गर्मी मे संकट में रहता है। विगत कई सालों से नगर यह पीड़ा भुगत रहा है। साथ ही कपासन नगर के तालाब के खाली पड़ा रहने से किसानों के चेहरे भी फिके पड़े हुए हैं। बिना पानी के यह क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से भी पिछड़ता जा रहा है। पिछले साल भी नगर को पेयजल उपलब्ध करवाने हेतु बलकरों से पेयजल की व्यवस्था करानी पड़ी। जो कि स्थाई समाधान नहीं हैं। जबकि आपकी सरकार को डेढ़ साल बीत जाने पर भी कपासन नगर में पेयजल का स्थाई समाधान नहीं होने से कपासन नगर में आमजन में रोष व्याप्त है। जिसका निराकरण जल्द आवश्यक है।
मातृकुंडिया बांध का पानी पाइप लाइन के माध्यम से नगर वासियों को उपलब्ध करवाने का किया अनुरोध
ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को अनुरोध किया कि आपके कपासन विधानसभा में आने वाले दोरे के दौरान कपासन नगर की पेयजल की पीड़ा पर निराकरण करने का अनुरोध किया।साथ ही निराकरण के संबंध में अनुरोध किया की कपासन नगर के पास ही मातृकुण्डिया डेम है जो आज भी अपनी भराव क्षमता से परिपूर्ण हैं।मातृकुडिया डेम कपासन विधान सभा क्षेत्र में स्थित है। जिसका पानी मेजा डेम और दरिबा माईस में जाता है। तो कपासन नगर के राजराजेश्वर तालाब में क्यों नहीं आ सकता। जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष सोनी ने पेयजल हेतु मातृकुण्डिया डेम से कपासन नगर के तालाब में पाईप लाईन डालने का अनुरोध किया। साथ ही मातृकुडिया डेम में कपासन नगर के लिए पेयजल रिजर्व कोटा बनाने एवं बनास नदी में सिन्देसर खुर्द गांव में नन्दवाना फिडर के पास एनीकट कम काजवे बनाने की मांग की। जिससे नन्दवाना फिडर में पानी की आवक बढ़ेगी। जिससे कपासन नगर को स्वच्छ पेयजल मिल सकेगा। जिससे वर्षों पुरानी मांग का निराकरण हो पायेगा।साथ ही निवेदन किया कि कपासन नगर के तालाब की पाल भी डैमेज हो चुकी है जिस पर जल संसाधन विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं।जो पुरी तरह जर्जर हो चुकी हैं।जिसकी रिपेयरिंग अतिआवश्यक है। जिस पर भी कार्यवाही कराई की जावें। साथ ही पुरे तालाब में कंटीली झाडिया एवं बबूल के पेड़ उग रहे हैं।जिसको भी सफाई करवाना अतिआवश्यक है। एवं तालाब की अन्तिम छोर की जमीनों पर कई अतिक्रमीयों ने अतिक्रमण कर स्खा हैं। जिसका अविलम्ब सीमांकन करवाकर अतिक्रमण मुक्त करवाना नितान्त आवश्यक है।
कंठीली झाडियो से गुलाब सागर को मुक्त कराने की मांग
इसी प्रकार कपासन नगर मे पेयजल स्त्रोत हेतु एक छोटी झील जो कि गुलाब सागर नाम से जानी जाती है। जिसकी भी दुर्दशा आपके संज्ञान में लाना चाहता हूँ कि तालाब के बाद गुलाब सागर पेयजल के लिए दूसरा स्त्रोत हैं। जिससे शहर की समस्त ट्युवेल रिचार्ज होती हैं। जिसकी भी आज दयनीय स्थिति है। जिसमे पूरा गुलाब सागर गंदगी एवं कंठीली झाडियो से अटा पड़ा हुआ है। जिसका भी सौन्दर्यकरण आवश्यक हैं उक्त निराकरण के संबंध में निवेदन है कि गुलाब सागर सौन्दर्यकरण के लिए नई डीपीआर तैयार करवा राज्य सरकार से बजट आंवटित करें ताकि नगर के लोगों के ट्युवेल में स्वच्छ पानी के रिचार्ज हो पायेगे।ज्ञापन में प्रदेश के मुख्यमंत्री से आने वाले दिनों में कपासन विधानसभा के प्रवास के दौरान उक्त समस्याओं के निराकरण का अनुरोध किया।