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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। दिव्यांगों को यदि उचित अवसर उपलब्ध कराए जायें एवं सकारात्मक सोच के साथ उनमें आत्मविश्वास जगाया जाए तो वे अपने क्रियाकलापों को प्रभावी ढंग से संपन्न कर समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकते हैं।
भगवती सेवा में शिक्षण संस्थान द्वारा जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में संचालित पन्द्रह दिवसीय अभिरुचि शिविर में आयोजित कार्यक्रम में उक्त विचार अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभा गौतम ने व्यक्त किये उन्होंने कहा कि बौद्धिक दिव्यांगो के परिवारजन को इन इन बच्चों में साहस एवं उत्साह के साथ उनकी रुचि को पहचान कर इस दिशा में प्रयास करना चाहिए जिससे यह बच्चे समाज की मुख्य धारा में शीघ्रता से जुड़े पायेगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिला महामंत्री रघु शर्मा ने कहा कि शिविर में इन बच्चों द्वारा जो सामग्री तैयार की गई या बनाई जा रही है वो इन बच्चों में एक नई सोच को प्रदर्शित करने के साथ-साथ इनके मनोबल एवं विश्वास को भी बढ़ता है यदि इस प्रकार की गतिविधि या नियमित रूप से इन बच्चों के लिए संचालित होती रहे तो ये बच्चे इस प्रकार के हुनर को अपना कर अपनी आजीविका चलाने में सक्षम हो सकते हैं।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बच्चों द्वारा तैयार की गई सामग्री का अवलोकन किया। इन बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे शिक्षकों से वार्ता कर उनके प्रशिक्षण के संबंध में गहनता से जानकारी प्राप्त की। भगवती सेवा एवं शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष रामगोपाल ओझा ने स्वागत करते हुए शिविर के संबंध में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया।
इस अवसर पर बाल अधिकारिता उपनिदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल, शिविर प्रभारी ललिता जाट, प्रशिक्षण दाता सिंपल मेगी, दीपक आमेटा, सुनीता जांगिड़,बालकिशन ,विशाल प्रजापत आदि उपस्थित थे।