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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। अखिल राजस्थान राज्य कृषि पर्यवेक्षक समन्वय समिति के आह्वान पर उप जिला चित्तौड़गढ़ के कृषि पर्यवेक्षकों एवं पदोन्नत सहायक कृषि अधिकारियों ने सोमवार को सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय चित्तौड़गढ़ परिसर में एक दिवसीय धरना दिया। यह धरना 11 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आयोजित किया गया, जिसमें जिले की विभिन्न पंचायत समितियों — चित्तौड़गढ़, निम्बाहेड़ा, बड़ीसादड़ी, डूंगला, भदेसर सहित उप निदेशक कृषि (षस्य), एटीसी फार्म, उद्यान विभाग एवं सीताफल उत्कृष्टता केंद्र में कार्यरत कार्मिकों ने भाग लिया।
धरने की शुरुआत संयोजक लालुराम वैष्णव ने संबोधन से की। उन्होंने उपस्थित कार्मिकों को 11 सूत्रीय मांगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं 21 जुलाई को जिला कलेक्टर को दिए जाने वाले ज्ञापन और आगामी रणनीति पर चर्चा की।
सभा को रमेश जाट, हरीशंकर व्यास, दिनेश चंद्र झंवर और अनिल भावरिया ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने सरकार से कृषि पर्यवेक्षकों की मांगों को शीघ्रता से पूरा करने की मांग की।
धरने के दौरान मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार, शासन सचिव, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, तथा आयुक्त, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के नाम ज्ञापन सहायक निदेशक कृषि अंशु चौधरी, ज्योति प्रकाश सिरोया, गोपाल लाल शर्मा एवं डॉ. शिवांगी जोशी को सौंपा गया।
कार्यक्रम के अंत में उप जिला अध्यक्ष श्रीलाल मेनारिया ने सभी उपस्थित कृषि पर्यवेक्षकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यदि सरकार जल्द मांगें नहीं मानती है, तो आगामी समय में आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा।
