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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। छोटीसादड़ी थाना पुलिस और एजीटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में अवैध हथियार तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ है। कुख्यात अंकल गिरोह को लाइसेंसी गन हाउस की आड़ में हथियार और कारतूस सप्लाई करने वाले तीन आरोपियों को उत्तर प्रदेश के मथुरा और मेनपुरी से गिरफ्तार किया गया है। छोटीसादड़ी सीआई प्रवीण टांक के नेतृत्व में गठित टीम ने जब मामले की परतें खोलीं तो चौंकाने वाला नेटवर्क सामने आया।
दरअसल, 28 जून को पुलिस ने एक आरोपी राकेश राठौड़ को देशी पिस्टल और दो खाली मैगजीन के साथ पकड़ा था। पूछताछ में राकेश ने सलमान नामक आरोपी का नाम बताया, जिसके पास से भारी मात्रा में देशी-विदेशी हथियार व जिंदा कारतूस बरामद हुए।
जांच में सामने आया कि गन हाउस संचालक कमल, नवीन और गोपाल फर्जी लाइसेंस के आधार पर अंकल गिरोह के सदस्यों को हथियार बेचते थे। सरकारी दर से ज्यादा कीमत लेकर ये हथियार मथुरा से प्रतापगढ़ तक भेजे जाते थे। गिरोह के सदस्य सागर, नितिन और राहुल फर्जी लाइसेंस बनाकर हथियार खरीदते और फिर इन्हें अंकल उर्फ प्रवीण वर्मा और जितेन्द्र सिंह को सौंपते थे, जो आगे सलमान तक पहुंचते थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को डिटेन कर गिरफ्तार कर लिया है। पूरे नेटवर्क की जांच अभी जारी है। पुलिस अब इस अवैध हथियार सप्लाई चैन से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।