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पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और कदम

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजकीय कन्या महाविद्यालय, चित्तौड़गढ़ में "मिशन हरियालो राजस्थान" के तहत पौधारोपण अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गौतम कुमार कूकड़ा के नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ.जसप्रीत कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार की "मिशन हरियालो राजस्थान" योजना के अंतर्गत प्रत्येक महाविद्यालयी स्टाफ सदस्य को पाँच, प्रत्येक स्वयंसेविका को पाँच तथा प्रत्येक छात्र को कम से कम एक पौधा लगाने का निर्देश दिया गया है। इस दिशा में महाविद्यालय परिवार ने अत्यंत उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए इस संकल्प को साकार करने की दिशा में ठोस कदम उठाया।
पौधारोपण के इस चरण में नीम, आम, जामुन, इमली, रुद्राक्ष जैसे छायादार एवं औषधीय महत्व के पौधों का रोपण किया गया। महाविद्यालय परिसर को हरा-भरा और पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध बनाने हेतु यह प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्राचार्य डॉ. कूकड़ा ने सभी विद्यार्थियों एवं स्टाफ को प्रेरित करते हुए कहा कि वृक्षारोपण केवल एक अभियान नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी के प्रति हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी बताया कि यह महाविद्यालय में वृक्षारोपण का द्वितीय चरण है और मानसून सत्र के दौरान ऐसे और भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्य डॉ. सी.एल. महावर, डॉ. लोकेश जसोरिया, रेखा मेहता, डॉ. ज्योति कुमारी, जयश्री कुदाल, रिंकी गुप्ता, डॉ. श्यामसुंदर पारीक, डॉ. प्रीतेश राणा, डॉ. गोपाल जाट, कौशल, शांतिलाल, अमित जगदीश, गोपाल लक्षकार एवं पार्वती आदि—ने सक्रिय रूप से भाग लिया एवं पौधारोपण कर अपनी जिम्मेदारी निभाई।
महाविद्यालय प्रांगण हरियाली की ओर बढ़ते इस कदम के साथ एक स्वच्छ, सुरक्षित एवं पर्यावरण-संवेदनशील भविष्य की ओर अग्रसर है। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों के उत्साहवर्धन और भविष्य में अधिकाधिक वृक्षारोपण हेतु प्रेरणा के साथ हुआ।