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सीधा सवाल। बस्सी। सावन के महीने में लगातार हो रही बारिश के कारण क्षेत्र के झरने और जलकुंड पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं, लेकिन हाल ही में नीलिया महादेव झरने में तीन नर्सिंग छात्रों की दर्दनाक मौत के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। इसी को देखते हुए बस्सी तहसील के बल्दरखा गांव स्थित नीलिया महादेव एवं बस्सी टुकड़ा माता बांध पर पुलिस सुरक्षा जाप्ता तैनात कर दिया गया है।
प्रशासन ने इन दोनों ही स्थानों को "नो बाथिंग ज़ोन" घोषित किया है। अब इन जल स्रोतों में नहाने की अनुमति नहीं होगी। पुलिस तैनाती के बाद किसी भी पर्यटक को खतरे वाले क्षेत्रों में जाने नहीं दिया जा रहा, जिससे हादसों की आशंका कम हो गई है।
हर वर्ष बारिश के मौसम में यह झरने तेज बहाव के साथ बहने लगते हैं और पर्यटक विशेषकर युवा वर्ग सेल्फी और रोमांच के चक्कर में जान जोखिम में डाल देते हैं। इससे पूर्व भी नीलिया महादेव में कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन इस बार प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम कर दिए हैं।
आज सावन मास का दूसरा सोमवार होने से इन धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसे देखते हुए ग्रामीणों ने पुलिस जाप्ता कल भी तैनात रखने की मांग की है और प्रशासन द्वारा उठाए गए सुरक्षा कदमों की सराहना की है।
लोगों से अपील
प्रशासन और पुलिस ने श्रद्धालुओं व पर्यटकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें, खतरनाक स्थानों पर जाने से बचें और अपनी तथा दूसरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतें।
