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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ एवं महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में नशा मुक्ति शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।महाविद्यालय प्राचार्य डॉ हेमेंद्र नाथ व्यास ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा मुक्ति एक महत्वपूर्ण मानविकी उद्देश्य है जिसका मकसद व्यक्ति और समाज को नशे की बुराई से मुक्त करना है। नशा मुक्ति का महत्व न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य और जीवन के लिए है बल्कि समाज के विकास के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है । उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने नशा मुक्ति के लिए काफी योजनाएं बनाई जैसे नशीली पदार्थों के व्यापार पर रोक लगाना, नशा मुक्ति सेंटर की स्थापना करना या विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम संचालित करवाना। नशा मुक्ति से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है जो समृद्धि ,सुरक्षा और सामाजिक ताकत को बढ़ावा देगा । उन्होंने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि आज हमें शपथ लेनी चाहिए कि हम किसी भी प्रकार की ड्रग्स का प्रयोग नहीं करेंगे और यदि कोई ऐसा विद्यार्थी मिलता है तो उसको इस ड्रग्स की लत से बाहर आने में मदद करेंगे । साथ ही राजस्थान सरकार के ड्रग्स व नशा मुक्त अभियान में पूरा सहयोग करेंगे। इस आयोजन को सफल बनाने में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी बालकृष्ण लड्डा एवं श्री चंद्र प्रकाश सैनी का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर महाविद्यालय संकाय सदस्य डॉ. भारती मेहता, डॉ राजेश डांगी, डॉ कैलाश नायमा, डॉ सुषमा लोट , हुकुमचंद कोली उपस्थित रहे। राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉक्टर हेमलता महावर के निर्देशन में यह कार्यक्रम संपन्न किया गया।
