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गौशाला में बनेगा बड़ा शेड, गौमाताओं को मिलेगा राहत का आसरा

सीधा सवाल। भीलवाड़ा।
भीलवाड़ा की हरिशेवा धर्मशाला ने एक बार फिर सेवा, करुणा और संस्कृति के भावों को साकार करते हुए गौ सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय पहल की है। धर्मशाला के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी की प्रेरणा से मन मोहन गौ सेवा ट्रस्ट, जोरावरपूरा (कालीखेड़ा) को ₹1,84,805 की सेवा सामग्री भेंट की गई। यह सामग्री गौशाला में एक विशाल शेड निर्माण के लिए समर्पित है, जिससे गौमाताओं को मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों से सुरक्षित रखा जा सके।
इस सहयोग में 52 फीट × 94 फीट आकार के शेड हेतु 48 टीन शीटें (प्रत्येक 4×26 फीट) मनोज रूफिंग सॉल्यूशंस प्रा. लि., भीलवाड़ा से खरीदी गईं। ये शीटें अब ट्रस्ट को सौंप दी गई हैं और शीघ्र ही शेड निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। इससे बरसात, धूप और सर्दी जैसे मौसम में गौवंश को छाया व सुरक्षा मिलेगी।
सेवा का भाव, सनातन संस्कृति की जीवंत मिसाल
स्वामी हंसराम जी ने कहा कि गौ सेवा केवल सेवा नहीं, बल्कि सनातन धर्म का मूल संस्कार है। जब तक गौमाता सुरक्षित नहीं, तब तक संस्कृति सुरक्षित नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि यह सेवा न केवल भौतिक सहायता है, बल्कि समाज में करुणा, दया और धर्मनिष्ठा के प्रसार का माध्यम भी है। हरिशेवा धर्मशाला लंबे समय से घायल, बीमार और असहाय गौवंश के रेस्क्यू, उपचार और पोषण में सक्रिय रही है। यह सहयोग उसी सेवा परंपरा का विस्तार है जो धर्मशाला को समाज में विशिष्ट स्थान दिलाता है।
ट्रस्ट ने जताया आभार
मन मोहन गौ सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने धर्मशाला के इस सहयोग के प्रति हृदय से कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सेवा सामग्री हमारे लिए संरचना ही नहीं, संवेदना और संबल है। इससे हमारे काम को गति मिलेगी और अन्य संस्थाएं भी प्रेरणा लेंगी।
सेवा से ही सुख संभव
इस पुनीत अवसर पर स्वामी हंसराम जी ने अपने संदेश में कहा कि सुख चाहो सेवा करो, सुख चाहो सुमिरन करो। नित नूतन चिर पुरातन यह अपना अमर सनातन।
