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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़।
मीरा स्मृति संस्थान, चित्तौड़गढ़ की साधारण सभा (जनरल हाउस मीटिंग) नव निर्वाचित अध्यक्ष अनिल शिशोदिया की अध्यक्षता में 20 जुलाई रविवार को संगम रोड़ स्थित वाटिका में सम्पन्न हुई। संस्थान के सहसचिव अनन्त समदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि मीरा स्मृति संस्थान चित्तौड़गढ़ का एक गरिमामयी सांस्कृतिक संस्था के रूप में सुदीर्घ योगदान रहा है। नवगठित कार्यकारिणी की यह प्रथम साधारण सभा थी, जिसमें कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। संस्थान के अध्यक्ष अनिल शिशोदिया ने बताया कि संस्थान की स्थापना 37 वर्ष पूर्व हुई थी वर्तमान समय की आवश्यकताओं के अनुरूप संस्था के विधान में कुछ संशोधन आवश्यक हो गए थे। उपाध्यक्ष ओमप्रकाश ओदिच्य ने प्रथम प्रस्ताव रखते हुए संरक्षक पद के गठन की घोषणा की, जिस पर सर्वसम्मति से वरिष्ठ साहित्यकार सत्यनारायण समदानी को संरक्षक पद पर मनोनीत किया गया।
सभा में अन्य प्रमुख प्रस्तावों में आजीवन सदस्यता शुल्क ₹11,000 निर्धारित करना एवं प्रत्येक सदस्य के लिए संस्थान की साहित्यिक पत्रिका “मीरायन” की आजीवन सदस्यता लेना अनिवार्य करना शामिल रहा। इसके साथ ही तीन या अधिक बैठकों में अनुपस्थित रहे निष्क्रिय सदस्यों को सक्रिय भागीदारी हेतु प्रेरित करने अथवा सदस्यता समाप्त करने संबंधी निर्णय भी लिया गया अनुशासनहीनता अथवा अशिष्ट
भाषा का प्रयोग करने वाले सदस्यों की सदस्यता समाप्त करने हेतु साधारण सभा में प्रस्ताव पारित करने का अधिकार भी संस्था को दिया गया। सभा के अंत में निवर्तमान अध्यक्ष सत्यनारायण समदानी द्वारा संस्थान को पिछले 37 वर्षों से दिए जा रहे निस्वार्थ, सक्रिय योगदान एवं “मीरायन” पत्रिका के सतत प्रकाशन और इसे एक प्रतिष्ठित साहित्यिक मंच के रूप में स्थापित करने के उनके उल्लेखनीय प्रयासों के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। प्रशस्ति पत्र का वाचन कार्यकारिणी सदस्य सुमन्त सुहालका ने किया। सभा में उपाध्यक्ष ओमप्रकाश ओदिच्य, कोषाध्यक्ष विनायक द्विवेदी, सीए अर्जुन मुंदड़ा, सहसचिव अनन्त समदानी, कार्यकारिणी सदस्य अमरकंठ उपाध्याय, जे.पी. भटनागर, विट्ठल पांडे, प्रदीप दीक्षित, प्रदीप काबरा, सुमन्त सुहालका, पूर्व प्राचार्य लोकेन्द्र सिंह, शिक्षाविद नारायण सिंह राव, प्रो. आर.एल. मारु, दिलीप नंदावत, अतुल शिशोदिया, रमेश जोशी, राष्ट्रीय कवि अब्दुल जब्बार, ऊषा रांदड़, कुंतल तोषनीवाल, ऊषा शिशोदिया, भोलाराम प्रजापत, दीपक तिवारी, सीए सुरेश काबरा, अशोक काबरा सहित गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। सभा का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
