views

चित्तौड़गढ़। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बुधवार को चित्तौड़गढ़ जिले में निम्बाहेड़ा दौरा चर्चाओं का विषय रहा। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों ने क्षेत्र की प्रमुख अफीम फसल का चांदी से निर्मित स्मृति चिन्ह भेंट किया। वहीं सभी के आराध्य भगवान श्री सांवलियाजी जी मंदिर की और से स्टाल भी लगाई। वहीं हेलीपेड पर स्वागत कर मंत्री व विद्यायकों का सभा में नहीं आना चर्चाओं का विषय रहा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा चित्तौड़गढ़ जिले के डेढ़ साल में छठे दौरे पर करीब दो घंटे देरी से निम्बाहेड़ा पहुंचे। यहां बनाए अस्थायी हैलीपेड पर सहकारिता मंत्री गौतम दक, राजस्व मंत्री हेमंत मीणा, विधायक श्रीचंद्र कृपलानी, चंद्रभान सिंह आक्या, सुरेश धाकड़ तथा अर्जुन जीनगर ने उनका स्वागत किया। इस दौरान सीएम के साथ सांसद सीपी जोशी भी आए थे। यहां सीएम के स्वागत के बाद मंत्री दक के साथ विधायक आक्या, धाकड़ मंडी प्रांगण स्थित कृपलानी के जन्मदिन व लोकार्पण समारोह में नहीं पहुंचे। मंत्री दक व दोनों विधायकों का स्वागत कर समारोह में नहीं आना चर्चा का विषय रहा। मंच संचालक बराबर तीनों का नाम लेते रहे, जबकि वे हैलीपेड से ही पुनः रवाना हो गए थे। इधर, सीएम का मंच पर स्वागत हो रहा था। इस दौरान निम्बाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख अफीम फसल को ध्यान में रखते हुए सभी पांचों मंडलों के अध्यक्ष ने पार्टी की ओर से अफीम फसल, जिस पर डोडे का चांदी जड़ित स्मृति चिन्ह भेंट किया तो मुख्यमंत्री सहित मंच पर बैठे अन्य नेताओं में चर्चा का विषय बन गया। वहीं मुख्यमंत्री ने मंच पर आगमन से पूर्व पांडाल में लगी विभिन्न स्टालों में लगी आराध्य श्री सांवलियाजी मंदिर की स्टाल का भी अवलोकन किया। इस स्टाल में भगवान की सांकेतिक प्रतिमा रखी गई और मंदिर मंडल अध्यक्ष जानकीदास वैष्णव सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। भगवान की स्टाल लगा कर भगवान को राजनीतिक रंग देने की भी समारोह में चर्चा रही। मुख्यमंत्री ने निम्बाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र में 591 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास भी बटन दबा कर आनलाइन किया। मंडी प्रांगण में ही अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा का भी उन्होंने अनावरण किया।
