views

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने शनिवार को चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई राजकीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था, भवनों की स्थिति, निर्माण कार्यों की प्रगति और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत अभयपुर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मायरा घाटा का विशेष रूप से निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय परिसर में चल रहे कक्षा-कक्ष निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य एक माह के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि छात्रों को शीघ्र ही बेहतर शिक्षण कक्ष उपलब्ध हो सकें।
निरीक्षण के दौरान कुछ कक्षा-कक्ष अत्यंत जर्जर अवस्था में पाए गए, जिन पर पहले से ही तालाबंदी की गई थी। श्री रंजन ने निर्देश दिए कि ऐसे कक्षों के बरामदों में तारबंदी कर उन्हें पूर्णतः सुरक्षित बनाया जाए तथा छात्र हित में इनका किसी भी रूप में उपयोग नहीं किया जाए।
उन्होंने विद्यालय के संस्था प्रधान को निर्देशित किया कि विद्यार्थियों को साप्ताहिक मीनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण मध्यान्ह भोजन (मिड-डे मील) उपलब्ध कराया जाए, जिससे पोषण स्तर में सुधार हो सके।
निरीक्षण के दौरान श्री रंजन ने कक्षा 8 के विद्यार्थियों की कक्षा भी ली और उनकी शैक्षणिक क्षमता का अवलोकन किया।
इससे पूर्व उन्होंने अभयपुर, गलियामाल एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय अंबाबेरी का भी निरीक्षण किया तथा भवनों की स्थिति जानकर तत्काल आवश्यक मरम्मत या उपयोग न किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार चित्तौड़गढ़ एवं उपखंड अधिकारी बीनू देवल को इन विद्यालयों का पुनः निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर उपखंड अधिकारी बीनू देवल, तहसीलदार, विद्यालय प्रधान एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने स्पष्ट किया कि छात्रों की सुरक्षा और सुविधाएं उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं, और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
