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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सैनिक स्कूल, चित्तौड़़गढ़ का 65वां स्थापना दिवस 07 अ़गस्त को मनाया जाये़गा। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हो़गें, जिसकें तहत बुधवार को स्कूल के प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया एवं उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव के निर्देशन में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बोदियाना, चित्तौड़़गढ़ में सैनिक स्कूलों के बारे में जा़गरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
स्कूल के जनसंपर्क अधिकारी बाबूलाल शिवरान ने बताया कि दो दिवसीय जा़गरूकता कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को सैनिक स्कूलों के बारे में एवम् भारतीय सेना के बारे में जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के शुरुआत में सैनिक स्कूल के वाईस कैप्टेन कैडेट मधुसुदन सिंह एवं कैडेट अद्वय सिंह जसरोटिया ने विद्यार्थियों कों सैनिक स्कूलों की विशेषताओं, वहां की शिक्षा पद्धति, अनुशासन और कैरियर के अवसरों के बारे में जानकारी दी और साथ ही अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे इन स्कूलों ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। कैडेट रितिका मीना एवम् कैडेट नेहा ने छात्राओं कों सैनिक स्कूल में उपलब्ध आधुनिक सुविधाएं, खेलकूद की सुविधाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय आदि के बारे में जानकारी दी।
सैनिक स्कूल के सीनियर अध्यापक अभिषेक भारद्वाज ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का उत्तर दिया और उन्हें सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यता, आवेदन प्रक्रिया और चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। साथ ही उन्होंने रक्षा क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में विस्तार से बताया और छात्रों को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि सैनिक स्कूल न केवल उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि बच्चों में अनुशासन, नेतृत्व और देशभक्ति की भावना भी विकसित करते हैं। इस अवसर पर पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र दशोरा, संस्था प्रधान रेखा शेखावत, अध्यापक राजेंद्र सोमानी सहित सभी शिक्षक एवम् विद्यार्थी उपस्थित थे।
