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निंबाहेड़ा सावन महीने के आखिरी सोमवार शाम को श्री ढाबेश्वर महादेव की महाकाल स्वरूप में शाही सवारी नगर भ्रमण के लिए निकाली गई। दशहरा मैदान स्थित श्री ढाबेश्वर महादेव मंदिर से निकली इस शाही सवारी में भगवान महाकाल को फूलों से सजे रथ पर विराजित किया गया था। नगर में बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाली गई और इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
जैसे ही शाही सवारी मंदिर से निकली, पूरे माहौल में "हर-हर महादेव" और "जय महाकाल" के उद्घोष गूंज उठे। ढोल-ताशे, बैंड बाजे और डीजे की धुनों पर श्रद्धालु बाबा महाकाल के भजनों में झूम उठे। यह सवारी उज्जैन के बाबा महाकाल की शाही सवारी की तर्ज पर निकाली गई।
श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आतुर होकर पालकी को छूने का प्रयास किया और इस ऐतिहासिक पल को अपने मोबाइल में कैद करने की कोशिश की।
उज्जैन से आई श्रृंगारित पालकी में बाबा महाकाल को विराजमान किया गया। इस शाही सवारी में ढाबेश्वर महादेव की महाकाल के स्वरूप में सजी पालकी, बैंड, ढोल, ताशे, शाही बैंड, और उज्जैन के कलाकारों की तोपों की सलामी आकर्षण का केंद्र रहे। नगर के विभिन्न स्थानों पर सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं सहित नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर शाही सवारी का भव्य स्वागत किया। शाही सवारी नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई पुनः श्री ढाबेश्वर महादेव मंदिर पहुंची।
भस्म रमैया मंडली रही आकर्षण का केंद्र
शाही सवारी में भस्म रमैया मंडली भी शामिल हुई, जिसने ढोल-ताशों के साथ भगवान भोलेनाथ की विशालकाय मूर्ति के साथ आकर्षक झांकी प्रस्तुत की।
