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सीधा सवाल। कनेरा। राजस्थान मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित प्राचीन तपोभूमि धार्मिक पर्यटन स्थल श्री सुखानंद धाम पर सावन मास के अंतिम सोमवार 4 अगस्त के पावन दिवस पर दिनभर मालवा मेवाड़ अंचल के गांव गांव से आए कावड़ यात्रियों द्वारा दिनभर कावड़ यात्राओं का आनेजाने का क्रम बना रहा । अठाना में श्री तेजेश्वर मंशापूर्ण महादेव मंदिर स्थित भोलेनाथ की शाही सवारी नगर में निकाली गई । शाम से देर रात तक भोलेनाथ की सवारी नगर भ्रमण किया महा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया । निंबाहेड़ा के समीप रानीखेड़ा आश्रम से हरिओम गिरी महाराज के नेतृत्व में डीजे की धुन पर नाचते गाते भक्तों शिव उपासकों के जय घोष हर हर महादेव बम बम भोले के साथ कावड़ यात्रा केदारनाथ धाम उत्तराखंड से लाएं गंगाजल से भगवान भोलेनाथ सुखानंद स्वामी को जलाभिषेक कर कावड़ यात्रा निकाली गई जो अठाना हनुमंत्या केली निंबाहेड़ा होते हुए रानीखेड़ा आश्रम पहुंचे । इसी प्रकार सुखानंद से सरसी गंभीरी डेम तक कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल होकर डीजे पर गाते बजाते पहुंचे जावद तुंबा कल्याणपुरा गादोला केली मेघपुर कनेरा अठाना सुवाखेडा सहित आसपास के अनेक गांव से कावड़ यात्राओं के जत्थे दिन भर अपने कंधे पर कावड़ यात्रा लिए हर हर बम बम के साथ कावड़ यात्री अपने-अपने गांव में स्थित शिव मंदिरों पर यहां से पवित्र गंगाजल भरकर शिवालयों में ले जाकर जल अभिषेक किया गया सावन का अंतिम सोमवार होने से भारी मात्रा में तीर्थ यात्रियों का भी समागम रहा सुबह 4:बजे से श्रद्धालुओं का पहुंचने का सिलसिला आरंभ हुआ जो समाचार लिखे जाने तक जारी था । इस दौरान सुखानंद मेला परिसर में स्थित विभिन्न स्थानों दुकानों पर खरीदारी ग्रामीण महिलाओं द्वारा बहुत अच्छी की गई। बच्चों के खिलौने घर की साज सज्जा की सामग्री प्रसानधन सामग्री घरेलू उपयोग की सामग्रियां आदि की बहुत बिक्री हुई । दिनभर मेला स्थित विभिन्न धर्मशालाओं में भजन मंडलियों द्वारा भजन कीर्तन भी किए गए बाबा बालगिरी की समाधि पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किया गया । जिसमें दो दर्जन गांवों के स्त्री पुरुषों ने भगवान बाबा बालगिरी जी की समाधि पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ । इन दोनों तीर्थ पर्यटन श्री सुखानंद मिनी कश्मीर सा नजर बना हुआ है चारों ओर छाई हरितमा एवं मुख्य मार्ग पर स्थित केनपुरिया जलाशय लबालब भर गया है इससे नजारा और अधिक सुंदर दिखने लगा है । हरे भरे वन प्रकृति स्वयं अपना श्रंगार किए हुए हैं । आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा यहां 400 के लगभग वानर राज बंदर निवास करते हैं उन्हें बिस्कुट चना मूंगफली खिलाकर यात्री उनके साथ सेल्फी पोज लिए। उधर फिर भी एक परेशानी तो यहां लगभग काफी दिनों से चल रही है । पीने के पानी की व्यवस्था आयोजकों शासन प्रशासन की ओर से नहीं की गई । गंदगी और जगह-जगह दुर्गंध से वातावरण से नागरिकों को परेशानियां हुई। मंदिर परिसर में पर्याप्त पुलिस बल नहीं होने से तीन चार यात्रियों की जेब काटने की जानकारी भी प्राप्त हुई है । किरपुरा के रामचंद्र किर नंदुबाई किरपुरा देवीलाल कुशवाहा मेघपुरा केली के रामलाल सहित अन्य नागरिकों की जेबें कटी थी। पुजारी दशरथ संजय बनवारीलाल पाराशर ने कहा कि पांच लोगों की जेबें साफ हुई है। यातायात मोटरसाइकिल स्टैंड का ठेका अवधि पूरी होने के बाद भी वसूली की गई । पंचायत सचिव कैलाश बंजारा ने बताया कि मोटरसाइकिल स्टैंड का ठेका 23 से 26 जुलाई तक ही था। फिर इस प्रकार की वसुली होना पंचायत की मनमानी देखी गई।