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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। "मरकर भी किसी की आंखों में उजाला भर देना ही सच्चा जीवन है।" इसी संकल्प को साकार करते हुए चित्तौड़गढ़ के गांधीनगर निवासी मनोहरलाल डांगी का निधन हो गया। परिजनों ने मरणोपरांत नेत्रदान का निर्णय लेकर एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।
मनोहरलाल के अनुज पारस मल, धर्मपत्नी मंजू देवी, सुपुत्र रौनक, राहुल, सुपुत्री अर्पिता तथा अन्य परिजनों के आग्रह पर महावीर इंटरनेशनल चित्तौड़गढ़ द्वारा नेत्रदान की प्रक्रिया पूर्ण करवाई गई। इस कार्य में नेत्रदान प्रकल्प प्रभारी प्रकाश पोखरणा एवं अध्यक्ष अभय संजेती की उपस्थिति रही। इस अवसर पर श्रमण संघ अध्यक्ष किरण डांगी, महामंत्री राजेश सेठिया, पूर्व अध्यक्ष मनसुख पटवारी, सुरेश मेहता, अशोक मेहता, आनन्दी लाल मेहता सहित समाज के अनेक गणमान्यजन एवं संबंधी भी उपस्थित थे। महावीर इंटरनेशनल नेत्र चिकित्सालय के मनोज वैष्णव एवं भावना छीपा द्वारा कॉर्निया उत्सर्जन की प्रक्रिया सम्पन्न की गई।