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2013 की अधूरी आयुर्वेद नर्स/कंपाउंडर भर्ती को लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मिले सैकड़ों बेरोजगार

सीधा सवाल। जयपुर/चित्तौड़गढ़। राजस्थान में 2013 की आयुर्वेद नर्स/कंपाउंडर भर्ती के अधूरे पड़े 1005 पदों को लेकर बेरोजगार युवाओं ने एक बार फिर सरकार के सामने दस्तक दी है। ‘बेरोजगार आयुष नर्सेज वंचित भर्ती संगठन 2013, राजस्थान’ के बैनर तले सैकड़ों अभ्यर्थी राजधानी जयपुर पहुंचे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि वर्ष 2013 में तत्कालीन गहलोत सरकार ने आयुर्वेद नर्स/कंपाउंडर के कुल 1605 पदों पर सीधी भर्ती की घोषणा की थी। इनमें से केवल 600 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई, जबकि 1005 पद 12 साल बाद भी खाली हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि अब तो कई चयनित उम्मीदवार आयुसीमा पार कर चुके हैं, जिससे वे किसी अन्य सरकारी भर्ती के लिए भी पात्र नहीं बचे। यह न सिर्फ उनके भविष्य पर प्रश्नचिह्न है, बल्कि सरकार की कार्यप्रणाली पर भी। संगठन अध्यक्ष मुकेश जोशी के नेतृत्व में पहुंचे अभ्यर्थियों ने दोनों नेताओं से मुलाकात कर कहा कि 12 वर्षों से बेरोजगारी ढो रहे हैं। अब और इंतजार नहीं कर सकते।" अभ्यर्थियों ने मांग की कि इन 1005 रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि प्रदेश को प्रशिक्षित आयुष नर्सिंग स्टाफ मिल सके और युवाओं को न्याय।
प्रदेशभर से पहुंचे सैकड़ों युवा
प्रदर्शन में चित्तौड़गढ़, कोटा, जयपुर, जोधपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भींडर, आसींद, उदयपुर सहित प्रदेशभर से चयनित अभ्यर्थी पहुंचे। इस दौरान रेखा राव, मनजीत सिंह, सुनीता पारीक, कैलाश बैरवा, पुष्कर आमेटा, चंपा पुनावत, कमला जाट, दिव्या, कैलाश रोत, महेंद्र परमार सहित कई युवा शामिल रहे।
