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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान का पहला सैनिक स्कूल शौर्य की धरती चित्तौड़गढ़ में 7 अगस्त 1961 को स्थापित किया गया था। यह सैनिक स्कूल गुरुवार को अपना 65वां स्थापना दिवस मनायेगा। स्थापना दिवस के इस अवसर पर स्कूल के शंकर मेनन सभागार में एक विशेष सभा का आयोजन किया जायेगा। स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि स्कूल के पूर्व छात्र एवं वर्तमान में आईजी बीएसएफ मांगी लाल गर्ग होगें। स्कूल के एनसीसी के कैडेट्स मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर देंगें। स्कूल के प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगें। स्कूल के स्थापना दिवस के इस अवसर पर स्कूल के इंडोर स्टेडियम में मुख्य अतिथि केक काटेगें। स्कूल परिसर में बने स्पोर्ट्स एरीना का मुख्य अतिथि के द्वारा उद्घाटन होगा। मुख्य अतिथि संस्थापक प्रिंसिपल लेफ्टिनेंट कर्नल के शंकर मेनन की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 में कक्षा वार पहला, दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया जायेगा। इस अवसर पर उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव के निर्देशन में तैयार की गई आर्ट, क्राफ्ट एवम् विज्ञान की प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। स्कूल के जनसंपर्क अधिकारी बाबू लाल शिवरान ने बताया कि सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ की स्थापना 7 अगस्त 1961 को हुई थी जहां से पढ़कर छात्र आज देश की सेवा में बड़े पदों पर नियुक्त हुए है। स्थापना से लेकर अब तक इस स्कूल ने देश
को उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, सेना प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल, मेजर जनरल, आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर्स एवं अनेकों उच्च पदाधिकारी प्रदान किए है।