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सीधा सवाल। कपासन। कपासन में पंचायतीराज विभाग के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार से 'पुकार अभियान-2025' शुरू किया है। कर्मचारियों ने विधिविधान से पूजा अर्चना कर यज्ञ में सरकार के जांच कमेटी गठन के आदेशों की आहुतियां दीं।संरक्षक कैलाशचंद्र गर्ग, सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि पंचायतीराज के मंत्रालयिक कर्मचारियों की मांगों की सरकार लगातार अनदेखी कर रही है। इसके चलते कर्मचारी राजकीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए भी अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।आंदोलन के पहले चरण में पंचायत समिति कार्यालय परिसर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ किया गया। इसमें सरकार के जांच कमेटी के आदेशों की आहुतियां दी गईं। यज्ञ के बाद कर्मचारियों ने अपने राजकीय कार्यों का निर्वाहन भी किया।कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में बार-बार होने वाले दस्तावेज सत्यापन को रोकना शामिल है। साथ ही दमनात्मक कार्रवाई वापस लेने की मांग भी है। विभागीय मंत्रालयिक कर्मचारियों का कैडर रिव्यू कर पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करना और ग्राम पंचायत स्तर पर स्पष्ट कार्य विभाजन करना भी उनकी मांगों में शामिल है।मंत्रालयिक कर्मचारियों का आरोप है कि संवर्ग विशेष की शह पर विभाग राज्यभर के सोलह हजार मंत्रालयिक कर्मचारियों को बदनाम कर रहा है। उन्होंने कहा कि तीन-तीन बार दस्तावेजों के सत्यापन के बावजूद उनकी उचित मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। इसके बजाय उन्हें दस्तावेज सत्यापन के नाम पर परेशान किया जा रहा है। ओर बार बार जांच कमेटियां बनाई जा रही हैं।इस अवसर पर कैलाश चन्द्र गर्ग, लोकेश कुमार गौड, आशीष शर्मा, अनिता विजयवर्गीय, सुरेन्द्र विजयवर्गीय, विष्णु गिरी गुसाई, भारत कुमार खिंची, बृजेश जायसवाल, देवेन्द्र प्रजापत, गोपाल लाल गौड, जितेन्द्र कुमार भट्ट, देशबन्धु जोशी, कैलाश चन्द्र जाट, किशन लाल जाट, ललिता त्रिपाठी, लक्ष्मी लाल जाट, नारायण लाल जाट, श्याम लाल बैरवा, बाबू लाल शर्मा, मदन लाल खटीक शामिल रहे।