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एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। हड़मतिया जागीर चौराहे के समीप रेलवे विभाग द्वारा किसानों की अवाप्ति की गई भूमि से रेलवे विभाग के ठेकेदार द्वारा मिट्टी बेचने पर ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर किसानों ने एसडीएम प्रवीण कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपा। किसानों की मांग पर सोमवार सुबह जमीन से मिट्टी बेचने वाली जगह का राजस्व विभाग अधिकारियों ने मौका मुआयना कर किसानों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। मौके पर उपखंड अधिकारी प्रवीण कुमार मीणा, तहसीलदार संजय कुमार चारपोटा, विकास अधिकारी भंवर सिंह चारण, पटवारी अरुण शर्मा आदि ने पहुचकर किसानों से जानकारी ली। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि रेल्वे अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से यह कार्य हो रहा है। इधर, किसान भेरूलाल धाकड़, अशोक धाकड़, कैलाश चंद्र धाकड़, पुष्कर धाकड़, नरेंद्र धाकड़, किशोर धाकड़, पुष्कर धाकड़, दिलीप धाकड़, पप्पू धाकड़, कन्हैयालाल धाकड़, जसवंत जणवा, सुरेश, जगदीश, मखनलाल, ईश्वरलाल आदि ने बताया कि रेलवे विभाग के ठेकेदार द्वारा करीब एक किलोमीटर जमीन से एक से दो फीट गहराई तक की मिट्टी खोदकर बेचने का आरोप लगाया है। ज्ञापन में रेलवे ठेकेदारों पर मनमानी का आरोप भी लगाया है। ज्ञापन में बताया कि भूमि अवाप्ति उपरांत किसानों की शेष भूमि पर पहुंचने के लिए रास्ते को लेकर असमंझस की स्थिति हो गई है। इस हेतु रेलवे लाईन के दोनों तरफ खाली पड़ी रेलवे की भूमि को रास्ते के उपयोग में लेने हेतु लिखित सहमति एवं इस आशय का लिखित एग्रीमेंट दिलाने की मांग की है। उक्त खाली पड़ी रेलवे की भूमि को किसान अपने खेतों पर आने जाने हेतु उपयोग में ले सकेगा, जिससे रेलवे को कोई आपत्ती नहीं होगी। रेलवे में अवाप्त की गई भूमि में होकर किसानों की अन्य या शेष भूमि में सिंचाई की पाईप लाइन जा रही है। भूमि अवाप्ति के दौरान इन पाईप लाईन को यथा स्थिति रखने हेतु आपत्तिया लगाई गई थी। इन पर रेलवे द्वारा वर्तमान में स्थित पाईप लाईन की जगह पाईप लाईन निकलने को कहा। लेकिन रेलवे के ठेकेदार द्वारा रात में खुदाई कर उक्त पाईप लाईनों को तोड़ दिया गया है इन्हें पुनः ठीक कराए जाने की मांग की है। रेलवे में अवाप्त भूमि का डीएलसी दर से मुआवजा दिया गया है जो वास्तविक स्थिति में कम है।
ज्ञापन में आरोप लगाया कि रेलवें विभाग के ठेकेदार द्वारा उक्त अवाप्त भूमि की मिट्टी को रात्रि में अवैध तरीके से खनन कर अन्यत्र बेच दिया गया है। मिट्टी के अवैध खनन कर अन्यत्र बेचान पर रोक लगाकर किसानों को दी जाए। अवाप्त की गई भूमि का अभी तक सीमांकन नहीं हुआ है। पटवारी द्वारा उक्त अवाप्त भूमि का सीमाज्ञान करा सीमांकन कराने की मांग की है।