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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की पहचान, बहरूपिया कला, एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक बिखेरने जा रही है। चित्तौड़ के प्रसिद्ध बहरूपिया कलाकार विक्रम भांड और उनका दल 17 से 26 जनवरी तक गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गोवा लोक उत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यह उत्सव, जो संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर, और गोवा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है, भारत के सबसे बड़े और अनोखे सांस्कृतिक उत्सवों में से एक है। इसमें देश-विदेश के नामी कलाकार अपनी परंपरागत कलाओं का प्रदर्शन करते हैं। चित्तौड़ के विक्रम भांड और उनके दल ने 300 साल पुरानी बहरूपिया कला को पीढ़ी दर पीढ़ी संरक्षित रखा है। इस कला के प्रदर्शन में उनके साथ विश्व प्रसिद्ध बहरूपिया कलाकार छगनलाल भांड, उनके पुत्र दुर्गा शंकर भांड, और पोत्र रविकांत भांड भी शामिल होंगे। छगनलाल भांड, जो पहले भी गोवा लोक उत्सव में भाग लेकर बहरूपिया कला को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिला चुके हैं, इस बार भी अपनी उपस्थिति से इस कला को नई ऊंचाइयों पर ले जाने को तैयार हैं। विक्रम भांड और उनका दल न केवल राजस्थान बल्कि भारत के अन्य हिस्सों में भी अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विलुप्तप्राय कला को जिंदा रखने के लिए विक्रम भांड और उनके दल ने नई पीढ़ी को भी इसमें शामिल किया है। उन्होंने उभरते कलाकारों को प्रशिक्षित कर इस परंपरा को जीवित रखने का बीड़ा उठाया है।