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सीधा सवाल। चित्तौडगढ़। राज्य सरकार की और से हाल ही में जारी की गई शराब पॉलिसी का शराब ठेकेदार विरोध कर रहे हैं। इसी के चलते मंगलवार को चित्तौड़गढ़ जिले में शराब की दुकानें बंद रही है। शराब ठेकेदार यूनियन ने चेतावनी दी है कि मांगे नहीं मानी जाती है तब तक विरोध जारी रहेगा।
जानकारी में सामने आया कि हाल ही में राज्य सरकार की और से शराब नीति की घोषणा की गई है। लेकिन शराब ठेकेदार इस नीति के विरोध में आ गए हैं। इसी के चलते मंगलवार को सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक दो घंटे के लिए शराब की दुकानों को बंद रखा है।शराब ठेकेदार यूनियन के बैनर तले बंद का आव्हान किया था। इसे लेकर बैठक भी हुई थी। यूनियन के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश सुहालका ने बताया कि नई आबकारी नीति का व्यावहारिक नहीं होने से शराब ठेकदार विरोध में हैं। गत 2 साल से चल रहे आंदोलन में यूनियन को जिन मांगों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है उन पर सरकार ने कोई भी विचार नहीं किया है। ठेकेदार यूनियन ने मुख्य रूप से क्लस्टर व्यवस्था को तुरन्त समाप्त करने, काला बाजारी पर रोक लगाने के लिए दुकानों का समय रात्रि 11 बजे तक करने, मदिरा दुकानों पर पुलिस का हस्तक्षेप बंद करने, गारंटी उठाव को त्रैमासिक करने, पुरानी कोरोना समय से ही बकाया पेनल्टीयों को समाप्त करने, शराब ठेकेदारों की जमीनों को कुर्क प्रक्रिया को बंद करने की मांग की है। साथ ही वर्तमान गारंटी पर ही दुकान का नवीनीकरण करने, मात्र 10 कमरों की होटल में बार खोलने के आदेश को वापस लेने की मांग की है।