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सीधा सवाल। भूपालसागर। मेवाड़ के शंखेश्वर करेड़ा पार्श्वनाथ जैन तीर्थ पर मेवाड़ के इतिहास मे पहली बार 50 से ज्यादा प्रतिमा की प्रतिष्ठा के चयवन कल्याणक विधान आज शुभ वेला मे परम पूज्य आचार्य देव श्रीमद् विजय रत्नसेनसुरीश्वर जी महाराजा परम पूज्य आचार्य देव श्रीमद् विजय पद्मभूषणरत्नसूरीश्वर जी महाराजा परम पूज्य आचार्य देव श्रीमद् विजय निपुणरत्नसूरीश्वर जी महाराजा तथा साध्वी जी भगवत श्री कीर्ति रेखा श्रीजी सौम्य रत्ना श्रीजी महाराज साहब आदि 60 से अधिक साधु साध्वी भगवान्तो की शुभनिश्रासौन्दर्य में चल रहे अन्जन शलाका प्राण प्रतिष्ठा महा महोत्सव के अंतर्गत आज श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर में परिसर में परमात्मा के कल्याणको को करते हुए परमात्मा के माता-पिता इंद्र इंद्राणी इत्यादि की स्थापना करी गई । पूज्य गुरु भगवंत के द्वारा बताया गया की परमात्मा को वंदन करने से पापों का निकंदन होता है । परमात्मा के चरणों में झुकने वाले को दुनिया के सामने झुकना नहीं पड़ता है । जिस तरह से संगीत में गीत का महत्व है ,पुष्प में पराग का महत्व है वैसे जैन शासन में त्याग का महत्व है । परम पवित्र मंत्र उच्चार के द्वारा विधि कारक श्रीमान् अरविंद भाई चोरडिया तथा संगीतकार दीपक भाई करणपुरिया इत्यादि के द्वारा परमात्मा भक्ति में संगीत के साथ 50 से ऊपर प्रतिमा जी की भव्य प्राण प्रतिष्ठा हेतु आचार्य भगवान के जाप एवं विधान के साथ च्यवन कल्याण का विधान किया गया ।आज दोपहर में उद्घाटन किए हुए वाराणसी नगरी में सांझी एवं मेहंदी का कार्यक्रम बहनों द्वारा किया गया शाम को भव्य परमात्मा भक्ति का आयोजन गीत संगीत के साथ आयोजित हुआ । महोत्सव मे करेड़ा पार्श्वनाथ के ट्रस्ट मण्डल के कोषाध्यक्ष अनीश हेमंत कोठारी सचिव अनीश कोठारी श्रेणिक मनावत कमलेश जारोली श्रेणीक भाई सहित मेवाड़ जैन श्वेतांबर महासभा के सदस्य गण राजा सम्प्रति मण्डल भीलवाड़ा के सदस्य के साथ करेड़ा पार्श्वनाथ जैन तीर्थ मण्डल के सदस्य और उदयपुर निम्बाहेड़ा छोटी सादड़ी कपासन आकोला बड़ी सादड़ी मावली दरीबा सहित आसपास गाँवो से समाज जन की उपस्थिति मे कल्याणक महोत्सव की शुरुआत हुई
कल दिनांक 20 फरवरी वाराणसी नगरी में परमात्मा का जन्म कल्याणक प्रातः 9:30 बजे मनाया जाएगा तथा विधान मंदिर में 7 बजे शुरू होंगे।