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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के निकटतम गंभीरी नदी के संगम पर स्थित संगम महादेव मंदिर के यहां महाशिवरात्रि पर 5 दिन मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसको लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है। यहां जेसीबी लगा कर साफ सफाई का कार्य जारी है तो वहीं करीब 100 दुकान भी लगाई जाएगी। वर्षों बाद एक बार फिर से मेले की परंपरा यहां शुरू होने जा रही है, जिसको लेकर क्षेत्रवासी काफी उत्साहित हैं।
क्षेत्रीय पार्षद बालकिशन भोई ने बताया कि संगम विकास समिति के तत्वावधान में महाशिवरात्रि का मेला संगम स्थल, भोई खेड़ा में आयोजित किया जा रहा है। यहां 26 फरवरी से 2 मार्च तक यह मेला आयोजित होगा। इसमें झूले, दुकान, विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इसके अलावा रात्रि कालीन क्रिकेट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। आयोजन के दौरान संतों एवं जनप्रतिनिधियों के अलावा समाज के प्रबुद्ध जनों को भी आमंत्रित किया है। पार्षद बालकिशन भोई ने बताया कि पूर्व के वर्षों में यहां मेला लगता आया था। लेकिन 15 से 20 वर्षों से मेला नहीं लग रहा था। इस बार संगम विकास समिति के तत्वावधान में तैयारियां की गई है और मेला आयोजित किया जा रहा है। करीब 100 दुकान यहां लगाई जा रही है। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे तथा समापन के अवसर पर खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। यहां पूर्व पार्षद लालूराम भोई, नीरू अहीर, पार्षद रेशमा कहार सहित संगम विकास समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य तैयारी में जुटे हुए हैं।
ऐतिहासिक है संगम महादेव
संगम महादेव को लेकर भोईखेड़ा के लोगों ने बताया कि यह स्थान वर्षों पुराना है और ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व का है। दुर्ग की पहाड़ी के समय से ही यह स्थान है। 500 साल पहले यहां मंदिर का निर्माण किया गया था। इलाहाबाद के बाद यह ऐसा संगम है, जो कि उत्तर दिशा की ओर बहता है। यहां पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अस्थियों का विसर्जन हुआ था। ऐसे में इस स्थान का काफी महत्व है। यहां काल सर्प दोष की पूजा भी होती है। जयपुर, उदयपुर सहित प्रदेश के कई स्थानों से श्रद्धालु यहां पूजा करने आते हैं।