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सीधा सवाल। चितौड़गढ़। भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित होते हुए रूस से आए 30 सदस्यीय विदेशी दल ने विजयपुर दुर्ग स्थित चारभुजा मंदिर में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना की। इस दौरान पंडित राकेश शास्त्री, पंडित राजेंद्र शर्मा और पंडित रामचंद्र शर्मा के मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा और अभिषेक संपन्न हुआ। पंडित राकेश शास्त्री ने बताया कि विदेशी मेहमानों की भारतीय संस्कृति में गहरी रुचि और उनकी भक्ति देखने लायक थी। उन्होंने पूरे विधि-विधान से पूजा में भाग लिया, जिससे भारतीय परंपरा और आस्था का अनूठा संगम देखने को मिला।बइसके बाद विदेशी मेहमानों ने श्रीकृष्ण मंदिर में रात्रि के दौरान आयोजित फाग महोत्सव में भी भाग लिया। इस अवसर पर पंडित रत्नलाल भट्ट के भजनों पर विदेशी मेहमान झूम उठे और पूरे श्रद्धा भाव से नृत्य करते नजर आए। इस उत्सव में उन्होंने भारतीय संस्कृति की दिव्यता को आत्मसात किया। रूस से आई अल्का (ईरीना) के नेतृत्व में यह दल शक्ति-भक्ति की नगरी चितौड़गढ़ के दर्शन करने भी पहुंचा। उन्होंने चितौड़गढ़ दुर्ग का भ्रमण किया और वहां के ऐतिहासिक स्थलों की सुंदरता को निहारा। दुर्ग के गौरवशाली इतिहास को सुनकर वे मंत्रमुग्ध हो गए।
इस अवसर पर प्रताप प्लेस के ऋषि बन्ना ने विदेशी मेहमानों का पारंपरिक स्वागत करते हुए उन्हें उपन्ना ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस पूरी यात्रा में रूसी मेहमान भारतीय संस्कृति से सराबोर नजर आए और उन्होंने यहां के आध्यात्मिक वातावरण की भूरि-भूरि प्रशंसा की।