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सीधा सवाल। बेगूं। विगत 13 अप्रैल को सिंगोली (म.प्र.) के कछाला गांव में जैन संतो पर लाठी डंडो से किए गए जानलेवा हमले के आरोपियों पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर बुधवार को बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने उपखंड कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि जैन धर्म विश्व को शान्ति एवं अहिंसा का दिव्य संदेश देकर जिओ और जीने दो का महान आधार प्रदान करता है एवं जैन धर्म के आराध्य प्रभु महावीर के प्रतिनिधी है जैन संत एवं सती वर्ग, जो पूर्णतया अपरिग्रहि होकर ज्ञान एवं अहिंसा तथा महान चरित्र धर्म के प्रवर्तक है। ऐसे हमारे जैन संत श्री शैलेष मुनि जी मा.सा., श्री बल भद् मुनि जी मा.सा., श्री मुनिन्द्र मुनि जी मा.सा. पैदल विहार करते हुए 13 अप्रैल रात्री को विश्राम हेतु नीमच जिले के सिंगोली तहसील के कछाला गाँव में मन्दिर में विराजित थे। उनके साथ असामाजिक तत्त्वो द्वारा बेरहमी से, अमानवीय तरीके से, लूट की नियत से, लाठियों से जानलेवा हमला किया गया। संतो के शरीर पर मारपीट के गंभीर चोटो के निशान है एवं संतजनो के कपडे खून से लथपथ हो गये। यह बहुत ही असहनीय होकर भारत भर में सम्पूर्ण जैन समाज व सर्व समाज को आहत करने वाला है। ज्ञापन में मांग की गई कि ऐसे असामाजिक तत्वो पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने और ऐसी घोर निन्दनीय घटना की भविष्य में पुनरावृति का दुस्साहस कोई भी धर्मद्रोही व्यक्ति या संगठन नहीं कर पाए इस हेतु इन घटना में लिप्त दोषियो को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इस दौरान पूर्व पालिकाध्यक्ष वृद्धिचंद कोठारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष अभय कुमार लुहाड़िया, समस्त ओसवाल जैन समाज अध्यक्ष राजुलेन्द्र सुराणा, साधुमार्गी जैन संघ बेगूं अध्यक्ष नेमीचंद आंचलिया, पालिका उपाध्यक्ष प्रिंस बाबेल, अशोक पाटनी, धीरज नाहर, पवन दक, एडवोकेट नीलेश चेचाणी सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के महिला पुरुष उपस्थित थे।