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सीधा सवाल। निम्बाहेड़ा। रानीखेड़ा गांव में वैशाख शुक्ल चतुर्दशी को भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह जयंती का आयोजन किया गया। चारभुजा नाथ मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में आसपास के गांवों से सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।
कार्यक्रम में हिरण्यकश्यप वध की पौराणिक कथा का मंचन किया गया। एक कलाकार ने हिरण्यकश्यप का रूप धारण कर पर्दे पर तलवार से वार किया। इसके बाद नरसिंह अवतार का प्रकटीकरण हुआ, जिसे देखने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े।
नरसिंह जयंती का यह पर्व हर वर्ष वैशाख माह (अप्रैल-मई) की चतुर्दशी को मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु द्वारा अत्याचारी राजा हिरण्यकश्यप का वध कर अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए नर-सिंह रूप में अवतार लेने की कथा से जुड़ा है।
कार्यक्रम के दौरान रात्रि में विशेष आरती की गई। भगवान को चने की दाल का भोग लगाया गया और सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। यह आयोजन अज्ञान पर ज्ञान की विजय और भक्तों की रक्षा के प्रति भगवान की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।