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सीधा सवाल। निंबाहेड़ा। राजस्थान में न्यायाधीश संवर्ग भर्ती परीक्षा में अनियमित और न्यायपालिका में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के साथ ही एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को मुखर करते हुए अधिवक्ताओं ने निंबाहेड़ा बार संघ के उपाध्यक्ष अब्दुल कलाम के नेतृत्व में ज्ञापन सौंप कर प्रदर्शन किया। जानकारी देते हुए सचिव कौशल भराडिया ने बताया की राजस्थान में न्यायाधीश संवर्ग में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया इसमें महज एक अधिवक्ता को उत्तीर्ण करते हुए अन्य सभी अधिवक्ताओं को जानबूझकर अनुतीर्ण घोषित किया गया। वही इस परीक्षा में सभी न्यायिक अधिकारी जिन्होंने परीक्षा दी थी वह भी उत्तीर्ण नहीं हुए इसके बावजूद उन्हें विभागीय पदोन्नति दी जाएगी जो न्यायिक व्यवस्था का उपहास है। अधिवक्ताओं ने ज्ञापन में निचले स्तर से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया है और पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग की है। इसी ज्ञापन के माध्यम से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की गई है। उदयपुर संभाग स्तर पर हड़ताल के क्रम में विरोध प्रदर्शन करते हुए संभाग स्तरीय संघर्ष समिति बनाई गई है जिसके अध्यक्ष के रूप में रतन सिंह राव को चुना गया है और मांगे नहीं माने जाने तक संभाग स्तर पर न्यायिक कार्यों के बहिष्कार की घोषणा की गई है राष्ट्रपति के नाम निंबाहेड़ा उखंड अधिकारी को ज्ञापन सोपा। इस दौरान आसाराम प्रजापत, लक्ष्मण सिंह बडोली, रतनलाल राजोरा, नरेंद्र वैष्णव, रणवीर सिंह शक्तावत, ज्ञानचंद धाकड़, रामेश्वर लाल धाकड़, सत्यमेव सेठिया, हरीश सोलंकी, घनश्याम शर्मा, बाबूलाल धाकड़, अक्षय गौरव सेठिया, नितिन सेठिया, अबरार अहमद, महबूब खान पठान, राजेश दायमा, अभय सर्वा, विशाल कुमावत, योगेश सोलंकी राजेंद्र सोमानी ईश्वर धाकड़ शंकर प्रजापत शुभम छाजेड़ रामलाल धाकड़ संतोष जाहिद आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।