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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान सरकार के पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत के नेतृत्व में मंगलवार को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जिले में फैलते बजरी माफियाओं के आतंक और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर चित्तौड़गढ़ के जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर जाड़ावत ने बताया कि अवैध बजरी खनन से क्षेत्र में भय और आतंक का माहौल बन चुका है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी इस गंभीर स्थिति से अवगत कराया गया, जिस पर उन्होंने ट्वीट कर चिंता जताई और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की।
जाड़ावत ने कहा कि अफीम तस्करी के बाद अब अवैध बजरी से भारी कमाई के चलते क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि तक इस नेटवर्क में शामिल हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि चित्तौड़गढ़ जैसे स्वाभिमानी क्षेत्र के नेता इस मुद्दे पर मौन क्यों हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि माफिया राज के कारण गरीब और मध्यम वर्ग ऊंची कीमत पर बजरी खरीदने को मजबूर हैं, जिससे उन्हें अपने आशियाने का सपना साकार करना मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही सरकार को भी भारी राजस्व हानि हो रही है। जाड़ावत ने यह भी कहा कि सार्वजनिक मंचों से कई बार चेतावनी देने के बावजूद प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे सेमलपुरा चौराहे पर हत्या जैसी जघन्य वारदात हुई।
ज्ञापन में यह मांग की गई कि बजरी माफियाओं के साथ-साथ उन्हें संरक्षण देने वाले लोगों का भी पर्दाफाश कर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि आमजन में कानून व्यवस्था पर विश्वास बहाल हो और चित्तौड़गढ़ की शांतिपूर्ण छवि बनी रहे। इस प्रतिनिधिमंडल में शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनिल सोनी, ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम जाट, प्रदेश सचिव रणजीत लोट, जिला संगठन महामंत्री महेंद्र शर्मा, उपसभापति कैलाश पंवार, जिला उपाध्यक्ष नगेंद्र सिंह राठौड़, गोविंद शर्मा, जिला महामंत्री आज़ाद पालीवाल, प्रमोद सिंह तंवर सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।